Uncategorizedगिनती की हैं इंडस्ट्री में महिला संगीतकार पर उनमें एक खास मुकाम रखती हैं उषा खन्नाSajeevApril 30, 2010 by SajeevApril 30, 20100219 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # १० युं तो आज महिलायें हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहीं हैं, लेकिन जहाँ तक फ़िल्मों में संगीत देने या...
Uncategorizedकिस अदा से ज़ीनत का दूँ हर शै को पता- पाँचवा ताज़ा गीतAmitApril 30, 2010 by AmitApril 30, 20100279 Season 3 of new Music, Song # 05 आवाज़ के लिए शुक्रवार का मतलब होता है बिलकुल ताज़ा। खुद के लिए और श्रोताओं के लिए...
Uncategorizedजब गायक मुकेश ने याद किया राज कपूर की पहली फिल्म कोSajeevApril 29, 2010 by SajeevApril 29, 20100199 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०९ शमशाद बेग़म की आवाज़ में ४० के दशक का वह गीत याद है ना “काहे कोयल शोर मचाए रे,...
Uncategorizedतमाम बड़े संगीतकारों के बीच रह कर भी जयदेव ने बनायीं अपनी खास जगह अपने खास अंदाज़ सेSajeevApril 28, 2010 by SajeevApril 28, 20100229 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०८ आज ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ में जयदेव का संगीत, साहिर लुधियानवी के बोल, फ़िल्म ‘हम दोनो’ का वही सदाबहार...
Uncategorizedजब भी चूम लेता हूँ इन हसीन आँखों को…. कैफ़ी की "कैफ़ियत" और रूप की "रूमानियत" उतर आई है इस गज़ल में..AmitApril 28, 2010 by AmitApril 28, 20100228 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #८१ पि छली दस कड़ियों में हमने बिना रूके चचा ग़ालिब की हीं बातें की। हमारे लिए वह सफ़र बड़ा हीं सुकूनदायक रहा और...
Uncategorizedलोक संगीत में गुंथे गीत जब भी परदे पर आये अमर हो कर रहे गएSajeevApril 27, 2010 by SajeevApril 27, 20100191 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०७ जहाँ तक ‘बंदिनी’ फ़िल्म के गीत संगीत का सवाल है, इस फ़िल्म का कोई भी गीत ऐसा नहीं जो...
Uncategorizedबुल्ले शाह के "रांझा-रांझा" को "रावण" के रंग में रंग दिया रहमान और गुलज़ार ने… साथ है "बीरा" भीAmitApril 27, 2010 by AmitApril 27, 20100255 ताज़ा सुर ताल १६/२०१० सुजॊय – ताज़ा सुर ताल’ के एक नए अंक के साथ हम सभी श्रोताओं व पाठकों का हार्दिक स्वागत करते हैं।...
Uncategorizedराजेश रोशन को था अपनी धुन पर पूरा विश्वास जिसकी बदौलत सुनने वालों को मिला एक बेहद मनभावन गीतSajeevApril 26, 2010 by SajeevApril 26, 20100212 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०६ राजेश रोशन ने अपने करीयर में कई बार रबीन्द्र संगीत से धुन लेकर हिंदी फ़िल्मी गीत तैयार किया है।...
Uncategorizedप्रतिभा के धनी गीतकार अनजान को नहीं मिल सका कभी उनके लायक सम्मानSajeevApril 25, 2010 by SajeevApril 25, 20100218 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०५ ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ की पाँचवीं कड़ी में आज प्रस्तुत है १९६४ की फ़िल्म ‘बहारें फिर भी आएँगी’ का...
Uncategorizedसेन्शुअस गीतों को एक नयी परिभाषा दी ओ पी नय्यर साहब नेSajeevApril 24, 2010 by SajeevApril 24, 20100201 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०४ १९६८ में कमल मेहरा की बनायी फ़िल्म आयी थी ‘क़िस्मत’। मनमोहन देसाई निर्देशित फ़िल्म ‘क़िस्मत’ की क़िस्मत बुलंद थी।...