Uncategorizedये रास्ते हैं प्यार के…..जहाँ कभी कभी "प्रेरणा" भी काम आती हैSajeevJuly 25, 2010 by SajeevJuly 25, 20100281 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 446/2010/146 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ स्तंभ के सभी संगीत रसिकों का एक बार फिर से स्वागत है इस सुरीली महफ़िल में...
Uncategorizedरिमझिम के तराने लेके आई बरसात…सुनिए एस डी दादा का ये गीत, जिसे सुनकर बिन बारिश के भी मन झूम जाता हैSajeevJuly 8, 2010 by SajeevJuly 8, 20100559 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 435/2010/135 आज है ‘रिमझिम के तराने’ शृंखला की पांचवी कड़ी। यानी कि हम पहुँचे हैं इस शृंखला के बीचोंबीच, और...
Uncategorizedगीत कभी बूढ़े नहीं होते, उनके चेहरों पर कभी झुर्रियाँ नहीं पड़ती…सच ही तो कहा था गुलज़ार साहब नेSajeevJune 3, 2010 by SajeevJune 3, 20100283 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ४४ गुलज़ार, राहुल देव बर्मन, आशा भोसले। ७० के दशक के आख़िर से लेकर ८० के दशक के मध्य भाग...
Uncategorizedकुछ गीत इंडस्ट्री में ऐसे भी बने जिनका सम्बन्ध केवल फिल्म और उसके किरदारों तक सीमित नहीं था…SajeevMay 14, 2010 by SajeevMay 14, 20100431 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # २४ “चैन से हमको कभी आप ने जीने ना दिया, ज़हर जो चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया”। फ़िल्म...
Uncategorizedमादक गीतों में जब घुलती थी आशा की नशीली आवाज़ तो रवानगी कुछ और ही होती थीSajeevMay 3, 2010 by SajeevMay 3, 20100267 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # १३ क्योंकि आज रिवाइवल हो रहा है एक ऐसे गीत का जो उपज है आशा भोसले, ओ.पी. नय्यर और मजरूह...
Uncategorizedतमाम बड़े संगीतकारों के बीच रह कर भी जयदेव ने बनायीं अपनी खास जगह अपने खास अंदाज़ सेSajeevApril 28, 2010 by SajeevApril 28, 20100313 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०८ आज ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ में जयदेव का संगीत, साहिर लुधियानवी के बोल, फ़िल्म ‘हम दोनो’ का वही सदाबहार...
Uncategorizedतस्वीर-ए-मोहब्बत थी जिसमें…ओल्ड इस गोल्ड में आज पेश है मंदार नारायण की पसंदSajeevApril 15, 2010 by SajeevApril 15, 20100481 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 405/2010/105 ओल्ड इज़ गोल्ड’ में हम हमारी पसंद के गीतों को तो सुनवाते ही रहते हैं। इन दिनों हम ख़ास...
Uncategorizedमन क्यों बहका रे बहका आधी रात को….जब ४०० एपिसोड पूरे किये ओल्ड इस गोल्ड ने…SajeevApril 10, 2010 by SajeevApril 10, 20100279 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 400/2010/100 और आज वह दिन आ ही गया दोस्तों कि जब आपका यह मनपसंद स्तंभ ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पहुँच चुका...
Uncategorizedगलियों में घूमो, सड़कों पे झूमो, दुनिया की खूब करो सैर….आशा और उषा का है ये सुरीला पैगामSajeevApril 8, 2010 by SajeevApril 8, 20100310 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 398/2010/98 ‘सखी सहेली’ शृंखला की आज की कड़ी में एक ज़बरदस्त हंगामा होने जा रहा है, क्योंकि आज के अंक...
Uncategorizedदे दी हमें आजादी बिना खडग बिना ढाल…..साबरमती के संत को याद कर रहा है आज आवाज़ परिवारSajeevJanuary 30, 2010 by SajeevJanuary 30, 20100278 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 330/2010/30 आज है ३० जनवरी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का बलिदान दिवस। बापु के इस स्मृति दिवस को पूरा देश ‘शहीद...