Uncategorizedमहान फनकारों के सुरों से सुर मिलते आज हम आ पहुंचे हैं रिवाईवल की अंतिम कड़ी में ये कहते हुए – तू भी मेरे सुर में सुर मिला दे…SajeevJune 4, 2010 by SajeevJune 4, 20100277 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ४५ पिछले ४५ दिनों से, यानी डेढ़ महीनों से आप ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर सुन रहे हैं रिवाइवल सुनहरे दौर...
Uncategorizedभारतीय और पाश्चात्य शास्त्रीय संगीत, दोनों में ही माहिर थे सलिल दाSajeevMay 19, 2010 by SajeevMay 19, 20100301 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # २९ ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ में आज प्रस्तुत है गीतकार योगेश का लिखा, सलिल चौधरी का संगीतबद्ध किया हुआ फ़िल्म...
Uncategorizedगुलज़ार के महकते शब्दों पर "पंचम" सुरों की शबनम यानी कुछ ऐसे गीत जो जेहन में ताज़ा मिले, खिले फूलों सेSajeevMay 12, 2010 by SajeevMay 12, 20100338 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # २२ ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ की २२-वें कड़ी में आप सभी का एक बार फिर हार्दिक स्वागत है। आज पेश...
Uncategorizedतमाम बड़े संगीतकारों के बीच रह कर भी जयदेव ने बनायीं अपनी खास जगह अपने खास अंदाज़ सेSajeevApril 28, 2010 by SajeevApril 28, 20100313 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०८ आज ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ में जयदेव का संगीत, साहिर लुधियानवी के बोल, फ़िल्म ‘हम दोनो’ का वही सदाबहार...
Uncategorizedखय्याम का संगीत था कुछ अलग अंदाज़ का, जिसमें शायरी और बोलों का भी होता था खास स्थानSajeevApril 21, 2010 by SajeevApril 21, 20100234 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # 01 नमस्ते दोस्तों! जैसा कि कल की कड़ी में हमने आपको यह आभास दिया था कि आज से ‘ओल्ड इज़...