Uncategorizedभारतीय और पाश्चात्य शास्त्रीय संगीत, दोनों में ही माहिर थे सलिल दाSajeevMay 19, 2010 by SajeevMay 19, 20100301 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # २९ ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ में आज प्रस्तुत है गीतकार योगेश का लिखा, सलिल चौधरी का संगीतबद्ध किया हुआ फ़िल्म...
Uncategorizedन जाने क्यों होता है ये जिंदगी के साथ…कि कुछ गीत कभी दिलो-जेहन से उतरते ही नहींSajeevMarch 13, 2010 by SajeevMarch 13, 20100488 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 372/2010/72 लीग से हट के फ़िल्मों की बात करें तो ऐसी फ़िल्मों में बासु चटर्जी का योगदान उल्लेखनीय रहा है।...
Uncategorizedआये तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन…जब याद आये किशोर और अशोक एक साथ तो क्यों न ऐसा होSajeevOctober 13, 2009 by SajeevOctober 13, 20090250 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 231 आज है १३ अक्तुबर का दिन। फ़िल्म जगत के लिए आज का दिन बड़ा मायने रखता है, क्योंकि आज...
Uncategorizedकहीं दूर जब जब दिन ढल जाए….ऐसे मधुर गीत होठों पे आये….SajeevJuly 4, 2009 by SajeevJuly 4, 20090276 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 131 कल ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ में आप ने १९६१ में बनी फ़िल्म ‘प्यासे पंछी’ का गीत सुना था। आइये आज...
Uncategorizedसावन की रिमझिम में उमड़-घुमड़ बरसे पिया……महफ़िल-ए-गज़ल और मन्ना डेAmitApril 16, 2009 by AmitApril 16, 20090356 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #०५ अगर आपसे कहूँ कि हमारे आज के फ़नकार “श्री प्रबोध चंद्र जी” हैं तो लगभग १ या २ फीसदी लोग हीं होंगे जो...
Uncategorizedजिन्होंने सजाये यहाँ मेले…कुछ यादें अमर संगीतकार सलिल दा कीAmitSeptember 11, 2008 by AmitSeptember 11, 20080539 आज आवाज़ पर, हमारे स्थायी श्रोता, और गजब के संगीत प्रेमी, इंदौर के दिलीप दिलीप कवठेकर लेकर आए हैं महान संगीतकार सलिल चौधरी के दो...
Uncategorizedमैं तो दीवाना…दीवाना…दीवाना…मुकेश, एक परिचयAmitAugust 27, 2008 by AmitAugust 27, 20080502 इससे पहले आपने पढ़ा हृदय नाथ मंगेशकर द्वारा लिखित संस्मरण ‘ओ जाने वाले हो सके तो॰॰॰’ और सुने मुकेश के गाये ९ हिट गीत। संजय...