Uncategorizedवो एक दोस्त मुझको खुदा सा लगता है…..सुनेंगे इस गज़ल को तो और भी याद आयेंगें किशोर दाSajeevAugust 4, 2010 by SajeevAugust 4, 20100338 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 454/2010/154 मोहम्मद रफ़ी, आशा भोसले, और लता मंगेशकर के बाद आज बारी है किशोर दा, यानी किशोर कुमार की। और...
Uncategorizedठंडी हवा ये चाँदनी सुहानी…..और ऐसे में अगर किशोर दा सुनाएँ कोई कहानी तो क्यों न गुनगुनाये जिंदगीSajeevJuly 29, 2010 by SajeevJuly 29, 20100322 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 450/2010/150 ‘गीत अपना धुन पराई’, आज हम आ पहुँचे हैं इस शृंखला की अंतिम कड़ी पर। पिछले नौ कड़ियों में...
Uncategorizedपल पल दिल के पास तुम रहती हो….कुछ ऐसे ही पास रहते है कल्याणजी आनंदजी के स्वरबद्ध गीतSajeevJune 24, 2010 by SajeevJune 24, 20100264 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 425/2010/125 कल्याणजी-आनंदजी के संगीत सफ़र के विशाल सुर-भण्डार से १० मोतियाँ चुन कर उन पर केन्द्रित लघु शृंखला ‘दिल लूटने...
Uncategorizedहास्य गीतों की परंपरा को भी बखूबी निभाया है पीढ़ी दर पीढ़ी संगीतकारों -गीतकारों नेSajeevMay 15, 2010 by SajeevMay 15, 20100333 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # २५ आज कल्याणजी-आनंदजी के गीत की बारी। फ़िल्म ‘कसौटी’ में प्राण साहब पर फ़िल्माया गया था किशोर कुमार का नेपाली...
Uncategorizedगुदगुदाने वाले गीतों से श्रोताओं को झूमने वाले झुमरू किशोर दा का था एक संजीदा चेहरा भीSajeevMay 6, 2010 by SajeevMay 6, 20100271 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # १६ आज ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ पर पेश है फ़िल्म ‘मिली’ का एक गीत। ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ की २३२ वीं...
Uncategorizedन कोई था, न कोई होगा हरफनमौला किशोर दा जैसाSajeevMay 2, 2010 by SajeevMay 2, 20100293 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # १२ आज ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ में किशोर कुमार की यादें ताज़ा होंगी। फ़िल्म ‘झुमरू’ का वही दर्द भरा नग़मा...
Uncategorizedराजेश रोशन को था अपनी धुन पर पूरा विश्वास जिसकी बदौलत सुनने वालों को मिला एक बेहद मनभावन गीतSajeevApril 26, 2010 by SajeevApril 26, 20100304 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०६ राजेश रोशन ने अपने करीयर में कई बार रबीन्द्र संगीत से धुन लेकर हिंदी फ़िल्मी गीत तैयार किया है।...
Uncategorizedतुमसे मिला था प्यार….गुलज़ार का लिखा ये गीत है योगेश पाटिल को पसंदSajeevApril 16, 2010 by SajeevApril 16, 20100490 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 406/2010/106 ‘पसंद अपनी अपनी’ में फ़रमाइशी गीतों का सिलसिला जारी है ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर। आज बारी है योगेश पाटिल...
Uncategorizedआज मुझे कुछ कहना है…जब साहिर की अधूरी चाहत को स्वर दिए सुधा मल्होत्रा और किशोर कुमार नेSajeevApril 12, 2010 by SajeevApril 12, 20100254 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 402/2010/102 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर कल से हमने शुरु की है आप ही के पसंदीदा गीतों पर आधारित लघु शृंखला...
Uncategorizedआदमी जो कहता है आदमी जो सुनता है….जिंदगी भर पीछा करते हैं कुछ ऐसे गीतSajeevMarch 28, 2010 by SajeevMarch 28, 20100291 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 387/2010/87 ‘मैंशायर तो नहीं’ – गीतकार आनंद बक्शी पर केन्द्रित इस लघु शृंखला में आज जिस गीत की बारी है...