Uncategorizedरिमझिम के तराने लेके आई बरसात…सुनिए एस डी दादा का ये गीत, जिसे सुनकर बिन बारिश के भी मन झूम जाता हैSajeevJuly 8, 2010 by SajeevJuly 8, 20100505 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 435/2010/135 आज है ‘रिमझिम के तराने’ शृंखला की पांचवी कड़ी। यानी कि हम पहुँचे हैं इस शृंखला के बीचोंबीच, और...
Uncategorizedबर्मन दा, आपके रचे गीत भारतीय फिल्म संगीत के आसमान पर सदैव टिमटिमाते रहेंगें, आपको सलामSajeevMay 24, 2010 by SajeevMay 24, 20100223 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ३४ क्योंकि आज हम आपको सुनवा रहे हैं सचिन देव बर्मन की संगीत रचना फ़िल्म ‘गाइड’ से, तो आज हम...
Uncategorizedन मैं धन चाहूँ, न रतन चहुँ….मन को पावन धारा में बहा ले जाता एक मधुर भजन….SajeevApril 4, 2010 by SajeevApril 4, 20100239 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 394/2010/94 दोस्तों, इन दिनों ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर आप सुन रहे हैं पार्श्वगायिकाओं के गाए युगल गीतों पर आधारित हमारी...
Uncategorizedअब के सजन सावन में….बरसेंगे गीत ऐसे सुहाने, बख्शी साहब की कलम केSajeevMarch 29, 2010 by SajeevMarch 29, 20100283 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 388/2010/88 आनंद बक्शी साहब की बस यही सब से बड़ी खासियत रही कि जब जिस सिचुयशन के लिए उनसे गीत...
Uncategorizedसोच के ये गगन झूमे….लता और मन्ना दा का गाया एक बेशकीमती गीत बख्शी साहब की कलम सेSajeevMarch 25, 2010 by SajeevMarch 25, 20100213 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 384/2010/84 ६०के दशक के अंतिम साल, यानी कि १९६९ में एक फ़िल्म आई थी ‘ज्योति’। फ़िल्म कब आई कब गई...
Uncategorizedपिया संग खेलूँ होली फागुन आयो रे…मौसम ही ऐसा है क्यों न गूंजें तराने फिरSajeevMarch 2, 2010 by SajeevMarch 2, 20100392 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 361/2010/61 होली का रंगीन त्योहार आप सभी ने ख़ूब धूम धाम से और आत्मीयता के साथ मनाया होगा, ऐसी हम...
Uncategorizedभरम तेरी वफाओं का मिटा देते तो क्या होता…तलत की आवाज़ पर साहिर के बोलSajeevFebruary 20, 2010 by SajeevFebruary 20, 20100190 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 351/2010/51 आज है २० फ़रवरी। याद है ना आपको पिछले साल आज ही के दिन से शुरु हुई थी ‘ओल्ड...
Uncategorizedकहीं बेखयाल होकर यूं ही छू लिया किसीने…और डुबो दिया रफ़ी साहब ने मजरूह की शायरी मेंSajeevJanuary 25, 2010 by SajeevJanuary 25, 20100257 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 325/2010/25 इंदु जी के पसंद के गीतों को सुनते हुए आज हम आ पहुँचे हैं उनके चुने हुए पाँचवे और...
Uncategorizedवहां कौन है तेरा, मुसाफिर जायेगा कहाँ….और "राम राम" कहा गया वो मुसाफिर कवि शैलेन्द्रSajeevDecember 13, 2009 by SajeevDecember 13, 20090203 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 289 शृंखला “शैलेन्द्र- आर.के.फ़िल्म्स के इतर भी” में आज एक बार फिर से हम रुख़ कर रहे हैं शैलेन्द्र के...
Uncategorizedआज की रात पिया दिल ना तोड़ो….अभिनेत्री कल्पना कार्तिक की पहली फिल्म में गाया था गीता दत्त ने इसेSajeevNovember 25, 2009 by SajeevNovember 25, 20090180 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 273 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ में इन दिनों सज रही है गीता दत्त के गाए गीतों की ‘गीतांजली’, जिन्हे चुन कर...