Tag : taaza sur taal

Uncategorized

"इश्क़ महंगा पड़े फिर भी सौदा करे".. ऐसा हीं एक सौदा करने आ पहुँचें हैं कभी साफ़, कभी गंदे, "लफ़ंगे परिंदे"

Amit
ताज़ा सुर ताल २९/२०१० विश्व दीपक – नमस्कार दोस्तों! जैसा कि हाल के सालों में हम देखते आ रहे हैं.. आज के फ़िल्मकार नई नई...
Uncategorized

बाई दि वे, ऑन दे वे, "आयशा" से हीं कुछ सुनते-सुनाते चले जा रहे हैं जावेद साहब.. साथ में हैं अमित भी

Amit
ताज़ा सुर ताल २७/२०१० विश्व दीपक – नमस्कार दोस्तों! ‘ताज़ा सुर ताल’ में आज हम जिस फ़िल्म के गीतों को लेकर आए हैं, उसके बारे...
Uncategorized

पाँव की बेड़ियों से आज़ादी लेकर संगीत के नाव के सहारे एक लंबी "उड़ान" भरी है अमित और अमिताभ ने

Amit
ताज़ा सुर ताल २६/२०१० सुजॊय – ‘ताज़ा सुर ताल’ मे सभी श्रोताओं व पाठकों को मेरा नमस्कार, और विश्व दीपक जी आपको भी। विश्व दीपक...
Uncategorized

मुंबई है एक बार फिर फिल्म का विषय, और गैंगस्टरों की मारधाड के बीच भी है संगीत में मधुरता

Sajeev
ताज़ा सुर ताल २५/२०१० सुजॊय – सजीव, बहुत दिनों के बाद आप से इस ‘टी.एस.टी’ के स्तंभ में मुलाक़ात हो रही है। और बताइए, हाल...
Uncategorized

"मिस्टर सिंह ऐण्ड मिसेज मेहता" के घर सुमधुर गीतों और ग़ज़लों के साथ आए हैं उस्ताद शुजात खान और शारंग देव

Amit
ताज़ा सुर ताल २४/२०१० विश्व दीपक – ७० के दशक के मध्य भाग से लेकर ८० के दशक का समय कलात्मक सिनेमा का स्वर्णयुग माना...
Uncategorized

बहुत कुछ खत्म होके भी हिमेश भाई और संगीत के दरम्यां कुछ तो बाकी है.. और इसका सबूत है "मिलेंगे मिलेंगे"

Amit
ताज़ा सुर ताल २३/२०१० सुजॊय – सभी श्रोताओं व पाठकों का स्वागत है ‘ताज़ा सुर ताल’ के एक और ताज़े अंक में। इस शुक्रवार वह...
Uncategorized

कहीं "मादनो" की मिठास से तो कहीं "मैं कौन हूँ" के मर्मभेदी सवालों से भरा है "मिथुन" के "लम्हा" का संगीत

Amit
ताज़ा सुर ताल २२/२०१० विश्व दीपक – ’ताज़ा सुर ताल’ में हम सभी का स्वागत करते हैं। तो सुजॊय जी, पिछले हफ़्ते कोई फ़िल्म देखी...
Uncategorized

रब्बा लक़ बरसा…. अपनी फ़िल्म "कजरारे" के लिए इसी किस्मत की माँग कर रहे हैं हिमेश भाई

Amit
ताज़ा सुर ताल २१/२०१० सुजॊय – ‘ताज़ा सुर ताल’ की एक और ताज़े अंक के साथ हम हाज़िर हैं। विश्व दीपक जी, इस शुक्रवार को...
Uncategorized

बस प्यार का नाम न लेना, आइ हेट लव स्टोरीज़, यही गुनगुनाते आ पहुँचे हैं विशाल, शेखर, कुमार और अन्विता

Amit
ताज़ा सुर ताल २०/२०१० सुजॊय – ‘ताज़ा सुर ताल’ के आज के अंक में आप सब का स्वागत है। विश्व दीपक जी, पिछले हफ़्ते फ़िल्म...
Uncategorized

मोरा पिया मोसे बोलत नाहीं.. लोक, शास्त्रीय और पाश्चात्य-संगीत की मोहक जुगलबंदी का नाम है "राजनीति"

Amit
ताज़ा सुर ताल १९/२०१० विश्व दीपक – नमस्कार दोस्तों, ‘ताज़ा सुर ताल’ की एक और ताज़ी कड़ी के साथ हम हाज़िर हैं। आज जिस फ़िल्म...