Uncategorizedरब्बा लक़ बरसा…. अपनी फ़िल्म "कजरारे" के लिए इसी किस्मत की माँग कर रहे हैं हिमेश भाईAmitJune 8, 2010 by AmitJune 8, 20100949 ताज़ा सुर ताल २१/२०१० सुजॊय – ‘ताज़ा सुर ताल’ की एक और ताज़े अंक के साथ हम हाज़िर हैं। विश्व दीपक जी, इस शुक्रवार को...
Uncategorizedखुदाया तूने कैसे ये जहां सारा बना डाला…..गुलाम अली की मार्फ़त पूछ रहे हैं आनंद बख्शीAmitAugust 11, 2009 by AmitAugust 11, 20090315 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #३७ दिशा जी की पसंद की दूसरी गज़ल लेकर आज हाज़िर हैं हम। आज के अंक में जो गज़ल हम आप सबको सुनवाने जा...
Uncategorizedमछलियाँ पकड़ने का शौकीन भी था वो सुरों का चितेराAmitFebruary 17, 2009 by AmitFebruary 17, 20090473 (पिछले अंक से आगे …)चाहें कोई पिछली पीढ़ी का श्रोता हो या आज की पीढ़ी का युवा वर्ग हर कोई नौशाद के संगीत पर झूमता...