Uncategorizedमुंबई है एक बार फिर फिल्म का विषय, और गैंगस्टरों की मारधाड के बीच भी है संगीत में मधुरताSajeevJuly 6, 2010 by SajeevJuly 6, 20100219 ताज़ा सुर ताल २५/२०१० सुजॊय – सजीव, बहुत दिनों के बाद आप से इस ‘टी.एस.टी’ के स्तंभ में मुलाक़ात हो रही है। और बताइए, हाल...
Uncategorizedमोरा पिया मोसे बोलत नाहीं.. लोक, शास्त्रीय और पाश्चात्य-संगीत की मोहक जुगलबंदी का नाम है "राजनीति"AmitMay 18, 2010 by AmitMay 18, 20100247 ताज़ा सुर ताल १९/२०१० विश्व दीपक – नमस्कार दोस्तों, ‘ताज़ा सुर ताल’ की एक और ताज़ी कड़ी के साथ हम हाज़िर हैं। आज जिस फ़िल्म...
Uncategorizedप्रीतम लाए हैं बदमाश कम्पनी वाली अय्याशी तो शंकर एहसान लॊय के साथ है धन्नो की हाउसफुल महफ़िलAmitMay 11, 2010 by AmitMay 11, 20100238 ताज़ा सुर ताल १८/२०१० सुजॊय – विश्व दीपक जी, साल २०१० के चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि वह एक...
Uncategorizedरफा दफा किया नहीं जाए….नए दौर के गीतकारों, संगीतकारों और गायकों के लिए बस यही कहेंगें हम भीSajeevOctober 26, 2009 by SajeevOctober 26, 20090271 ताजा सुर ताल TST (33) दोस्तों, ताजा सुर ताल यानी TST पर आपके लिए है एक ख़ास मौका और एक नयी चुनौती भी. TST के...
Uncategorizedजो तुझे जगाये, नींदें तेरी उडाये, ख्वाब है सच्चा वही….सच्चे ख़्वाबों को पहचानिये…प्रसून की सलाह मानियेSajeevOctober 19, 2009 by SajeevOctober 19, 20090262 ताजा सुर ताल TST (31) दोस्तों, ताजा सुर ताल यानी TST पर आपके लिए है एक ख़ास मौका और एक नयी चुनौती भी. TST के...
Uncategorizedहाँ मैं जितनी मर्तबा तुझे हूँ देखता….के के की गायिकी ने भरा इस गीत में नया जोशो-खरोशSajeevSeptember 21, 2009 by SajeevSeptember 21, 20090268 ताजा सुर ताल (23) ताजा सुर ताल में आज में आज सुनिए प्रीतम का जोरदार संगीत और कुमार के बोल के के की जोशीली आवाज़...
Uncategorizedफ़िक्र करे फुकरे….मिका ने दिया खुश रहने का नया मन्त्रSajeevAugust 31, 2009 by SajeevAugust 31, 20090261 ताजा सुर ताल (18) ताजा सुर ताल में आज सुनिए प्रीतम और जयदीप सहानी का रचा ताज़ा हिट गीत सजीव – सुजॉय, कभी कभी मन...
Uncategorizedये दूरियाँ ….मिटा रहा है कमियाबी से मोहित चौहान की दूरियाँSajeevAugust 3, 2009 by SajeevAugust 3, 20090246 ताजा सुर ताल (13) ताजा सुर ताल की इस नयी कड़ी में आप सब का स्वागत है. आज से हम इस श्रृंखला के रूप रंग...
Uncategorizedतू न बदली मैं न बदला, दिल्ली सारी देख बदल गयी….जी हाँ बदल रहा है "लव आजकल"SajeevJuly 16, 2009 by SajeevJuly 16, 20090217 ताजा सुर ताल (10) तारुफ़ रोग हो जाए तो उसको भूलना बेहतर,ताल्लुक बोझ बन जाए तो उसको तोड़ना अच्छा … साहिर साहब ने ये शब्द...
Uncategorized60 के दशक का "ट्विस्ट" एक बार फिर "लव आज कल" में…SajeevJuly 6, 2009 by SajeevJuly 6, 20090221 ताजा सुर ताल (7) दशकों पहले हेमंत दा ने जब फिल्म “नागिन” के लिए बीन का इस्तेमाल किया था, तब उस धुन ने पूरे देश...