Uncategorizedचलो, एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनोंAmitSeptember 27, 2008 by AmitSeptember 27, 20080465 मशहूर पार्श्व गायक महेन्द्र कपूर को अनिता कुमार की श्रद्धाँजलि दोस्तो, जन्म- ९ जनवरी १९३४मूल- अमृतसर, पंजाबमृत्यु- २७ सितम्बर, २००८ अभी-अभी खबर आयी कि शाम...
Uncategorizedगए दिनों का सुराग लेकर…आशा जी और गुलाम अलीAmitSeptember 17, 2008 by AmitSeptember 17, 20080327 पूरे कायनात की मौसिकी यहां इस परिवार में बसती है… चूँकि इस पूरे माह हम बात कर रहे हैं मंगेशकर बहनों की, जिनकी दिव्य आवाजों...
Uncategorizedलता संगीत उत्सव ( १ ) – पंकज सुबीरAmitSeptember 4, 2008 by AmitSeptember 4, 20080242 रूह की वादियों में बह रही दिलरुबा नदी ख़ैयाम साहब ने जितना भी संगीत दिया है वो भीड़ से अलग नज़र आता है । उनके...
Uncategorizedअहमद फ़राज़ की शायरी, उनकी अपनी आवाज़ मेंAmitSeptember 1, 2008 by AmitSeptember 1, 20080278 सुनिए अहमद फ़राज़ की २३ रिकॉर्डिंग उन्हीं की आवाज़ में पिछला सप्ताह कविता-शायरी के इतिहास के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता क्योंकि हमने पिछले...
Uncategorizedमासिक टॉप 10 पन्नेAmitAugust 31, 2008 by AmitAugust 31, 20080249 पाठकों का रूख क्या है? यह जानने के लिए यह टेबल उपयोगी है। हम डायरेक्ट विजीट के आधार पर प्रत्येक माह के शीर्ष १० पोस्टों...
Uncategorizedदर्द को सुरीलेपन की पराकाष्ठा पर ले जाने वाले अमर गायक मुकेशAmitAugust 27, 2008 by AmitAugust 27, 20080546 आज सुबह आपने पढ़ा हृदयनाथ मंगेशकर का संस्मरण ‘वो जाने वाले हो सके तो॰॰॰॰‘ आज हम पूरे दिन मुकेश को याद कर रहे हैं, उनके...
Uncategorizedओ जाने वाले हो सके तो ….AmitAugust 27, 2008 by AmitAugust 27, 20080257 हृदयनाथ मंगेशकर द्वारा लिखित संस्मरण हजारों गाने गानेवाले मुकेश दा के आखिरी शब्द थे – ‘यह पट्टा खोल दो’ खुशमिज़ाज मुकेश तीस हजार फुट की...
Uncategorizedजब कभी भी सुनोगे गीत मेरे…AmitJuly 31, 2008 by AmitJuly 31, 20080256 आवाज़ पर आज का दिन समर्पित रहा, अजीम फनकार मोहमद रफी साहब के नाम, संजय भाई ने सुबह वसंत देसाई की बात याद दिलाई थी,...
Uncategorizedकविता और संगीत से अव्वल, सुर को जिताने वाले मोहम्मद रफ़ीAmitJuly 31, 2008 by AmitJuly 31, 20080275 अमर आवाज़ मोहम्मद रफ़ी को उनकी 28वीं बरसी पर याद कर रहे हैं संजय पटेल मेरा तो जो भी कदम है वो तेरी राह में...
Uncategorizedकहाँ गए संगीत के सुर! मर गई क्या मेलोडी ? जवाब देंगे मनीष कुमारAmitJuly 9, 2008 by AmitJuly 9, 20080271 Most of the time people Criticized today’s music saying that it has nothing worth listening comparing to the music that created by the old masters...