Uncategorizedइन्टरनेट पर बना पहला इंडो रशियन मैत्री गीत – द्रुज़्बाAmitFebruary 23, 2009 by AmitFebruary 23, 20090275 “सर पे लाल टोपी रूसी, फ़िर भी दिल है हिन्दुस्तानी….” जब राज कपूर ने चैपलिन अंदाज़ में इस गीत पर कदम थिरकाए, तब वो रूस...
Uncategorizedदीपावली गली गली बन के खुशी आई रे…AmitOctober 28, 2008 by AmitOctober 28, 20080451 आवाज़ के सभी साथियों और श्रोताओं को दीपावली के पावन पर्व की ढेरों शुभकामनाये,हमारे नियमित श्रोता गुरु कवि हकीम ने हमें इस अवसर पर अपना...
Uncategorizedहै मुमकिन वो करना तुझे, जो नामुमकिन दुनिया कहे…AmitOctober 3, 2008 by AmitOctober 3, 20080501 दूसरे सत्र के चौदहवें गीत का विश्वव्यापी उदघाटन आज.“पहला सुर” एल्बम में अपने सूफी गीत “मुझे दर्द दे” से धूम मचाने वाले पंजाबी मुंडे एक...
Uncategorizedदोस्तों ने निभा दी दुश्मनी प्यार से…AmitSeptember 12, 2008 by AmitSeptember 12, 20080267 दूसरे सत्र के ग्यारहवें गीत का विश्वव्यापी उदघाटन आज.ग्यारहवें गीत के साथ हम दुनिया के सामने ला रहे हैं एक और नौजवान संगीतकार कृष्ण राज...
Uncategorizedकहने को हासिल सारा जहाँ था…AmitSeptember 5, 2008 by AmitSeptember 5, 20080252 दूसरे सत्र के १० वें गीत और उसके विडियो का विश्वव्यापी उदघाटन आज.चलते चलते हम संगीत के इस नए सत्र की दसवीं कड़ी तक पहुँच...
Uncategorizedमैं अमर के शब्दचित्र में उतरी एक छोटी-सी कविता हूँ…SajeevSeptember 3, 2008 by SajeevSeptember 3, 20080251 मैं अमर के शब्दचित्र में उतरी एक छोटी-सी कविता हूँ,है फख्र कि मैं भी उस जैसा कई लोकों का रचयिता हूँ।कहना है विश्व दीपक “तन्हा”...
Uncategorizedकोई हमदम न रहा… किशोर कुमार ( २ )AmitSeptember 2, 2008 by AmitSeptember 2, 20080240 अवनीश तिवारी लिख रहे हैं हरफनमौला फनकार किशोर कुमार के सगीत सफर की दास्तान, जिसकी पहली कड़ी आप यहाँ पढ़ चुके हैं, अब पढ़ें आगे...
Uncategorizedहिंद युग्म ने मेरे सपनों को रंग और पंख दिये…AmitAugust 26, 2008 by AmitAugust 26, 20080420 आवाज़ पर हमारे इस हफ्ते के सितारे हैं, शायरा शिवानी सिंह और संगीतकार / गायक रुपेश ऋषि. हिंद युग्म के पहला सुर एल्बम में इस...
Uncategorizedवाह उस्ताद वाह ( १ ) – पंडित शिव कुमार शर्माAmitAugust 25, 2008 by AmitAugust 25, 20080250 संतूर को हम, बनारस घराने के पंडित बड़े रामदास जी की खोज कह सकते हैं, जिनके शिष्य रहे जम्मू कश्मीर के शास्त्रीय गायक पंडित उमा...
Uncategorizedचले जाना कि रात अभी बाकी है…AmitAugust 22, 2008 by AmitAugust 22, 20080484 दूसरे सत्र के आठवें गीत का विश्वव्यापी उदघाटन आज आठवीं पेशकश के रूप में हाज़िर है सत्र की दूसरी ग़ज़ल, “पहला सुर” में “ये ज़रूरी...