Uncategorizedओ जाने वाले हो सके तो ….AmitAugust 27, 2008 by AmitAugust 27, 20080296 हृदयनाथ मंगेशकर द्वारा लिखित संस्मरण हजारों गाने गानेवाले मुकेश दा के आखिरी शब्द थे – ‘यह पट्टा खोल दो’ खुशमिज़ाज मुकेश तीस हजार फुट की...