Uncategorizedलता संगीत पर्व- महीने भर चला संगीत प्रेमियों का उत्सवAmitSeptember 29, 2008 by AmitSeptember 29, 20080354 आवाज़ पर आयोजित लता संगीत उत्सव पर एक विशेष रिपोर्ट और सुनें लता जी के चुने हुए २० गीत एक साथ.जब हमने लता संगीत उत्सव...
Uncategorizedप्रलय के बाद भी बचा रहेगा लता मंगेशकर का पावन स्वर !AmitSeptember 28, 2008 by AmitSeptember 28, 20080296 लता मंगेशकर का जन्मदिन हर संगीतप्रेमी के लिये उल्लास का प्रसंग है. फ़िर हमारे प्रिय चिट्ठाकार संजय पटेल के लिये तो विशेष इसलिये है कि...
Uncategorizedस्वर कोकिला लता मंगेशकर के लिये एक अदभुत कविता-तुम स्वर हो,स्वर का स्वर होAmitSeptember 27, 2008 by AmitSeptember 27, 20080371 माया गोविंद देश की जानी मानी काव्य हस्ताक्षर हैं.हिन्दी गीत परम्परा को मंच पर स्थापित करने में मायाजी ने करिश्माई रचनाएँ सिरजीं हैं.आवाज़ पर भाई...
Uncategorizedलता मंगेशकर- संगीत की देवीAmitSeptember 25, 2008 by AmitSeptember 25, 20080548 लता मंगेशकर का जीवन परिचय लता का परिवार लता मंगेशकर का जन्म इंदौर, मध्यप्रदेश में सितम्बर २८, १९२९ को हुआ। लता मंगेशकर का नाम विश्व...
Uncategorizedजितनी सुरीली हैं ग़ालिब की ग़ज़लें; गाने में दोगुना तप मांगती हैंAmitSeptember 25, 2008 by AmitSeptember 25, 20080309 आज एक बार फ़िर आवाज़ पर हमारे प्रिय संगीत समीक्षक और जानेमाने चिट्ठाकार संजय पटेल तशरीफ़ लाए हैं और बता रहे हैं लता मंगेशकर की...
Uncategorizedपंकज सुबीर की कहानी "शायद जोशी" में लता मंगेशकरAmitSeptember 22, 2008 by AmitSeptember 22, 20080473 (ये आलेख नहीं है बल्कि मेरी एक कहानी ”शायद जोशी” का अंश है ये कहानी मेरे कहानी संग्रह ”ईस्ट इंडिया कम्पनी” की संभावित कहानियों में...
Uncategorizedग़ालिब का कलाम और लता का अंदाज़ – क़यामतAmitSeptember 21, 2008 by AmitSeptember 21, 20080264 लता संगीत उत्सव की एक और पेशकश – लता सुगम समारोह, पढ़ें और सुनें संजय पटेल की कलम का और लता की आवाज़ का जादू...
Uncategorizedकोई ना रोको दिल की उड़ान को…AmitSeptember 16, 2008 by AmitSeptember 16, 20080286 लता संगीत उत्सव की नई प्रस्तुति प्रस्तावना: लता दीदी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएँ। लता दीदी की प्रसंशा में बहुत कुछ कहा गया है।...
Uncategorizedलता संगीत उत्सव ( २ ) – लावण्या शाहAmitSeptember 9, 2008 by AmitSeptember 9, 20080248 आज भी कहीं कुरमुरा देख लेतीं हैं उसे मुठ्ठी भर खाए बिना वे आगे नहीं बढ़ पातीं.. लता संगीत उत्सव की दूसरी कड़ी के रूप...
Uncategorizedलता संगीत उत्सव ( १ ) – पंकज सुबीरAmitSeptember 4, 2008 by AmitSeptember 4, 20080288 रूह की वादियों में बह रही दिलरुबा नदी ख़ैयाम साहब ने जितना भी संगीत दिया है वो भीड़ से अलग नज़र आता है । उनके...