Uncategorizedवेश्या – Veshya by AmitDecember 4, 20070330 Share0 कवि- रविन्दर टमकोरिया ‘व्याकुल’ स्वर- विकास कुमार अक्षर- वेश्या स्रोत- हिन्द-युग्म नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा? (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर ‘प्ले’ पर क्लिक करें।)