Month : June 2009

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जुल्फों की घटा लेकर सावन की परी आयी….मन्ना डे ने कहा आशा से "रेशमी रुमाल" देकर

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 127 यूँतो फ़िल्म जगत में एक से बढ़कर एक संगीतकार जोड़ियाँ रही हैं, जिनके नाम गिनवाने की कोई ज़रूरत नहीं...
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न ग़म कशोद-ओ-बस्त का, न वादा-ए-अलस्त का……….अभी तो मैं जवान हूँ!!

Amit
महफ़िल-ए-ग़ज़ल #२५ गज़लों की यह महफ़िल अपने पहले पड़ाव तक पहुँच चुकी है। आज हम आपके सामने महफ़िल-ए-गज़ल का २५वाँ अंक लेकर हाज़िर हुए हैं।...
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बेकरार दिल तू गाये जा खुशियों से भरे वो तराने… जो बजते हैं ओल्ड इस गोल्ड की शान बनकर

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 126 किशोर कुमार द्वारा निर्मित, निर्देशित, अभिनीत और संगीत बद्ध किये हुए गिने चुने फ़िल्मों का ज़िक्र हो रहा हो,...
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रूप कुमार राठोड और साधना सरगम के युगल स्वरों का है ये -"वादा"

Sajeev
बात एक एल्बम की (10) फीचर्ड एल्बम ऑफ़ दा मंथ – वादाफीचर्ड आर्टिस्ट ऑफ़ दा मंथ – उस्ताद अमजद अली खान, गुलज़ार, रूप कुमार राठोड,...
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जलते हैं जिसके लिए तेरी आँखों के दीये….तलत साहब लाये हैं गीत वही हम सबके लिए

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 125 अगर मैं आप से यह पूछूँ कि १९५९ की फ़िल्म ‘सुजाता’ और इस दशक की फ़िल्म ‘बाग़बान’ में क्या...
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नव पॉडकास्ट कवि सम्मेलन में 20 काव्य-रश्मियों की प्रभा

Amit
सुनिए ऑनलाइन कवि सम्मेलन का वार्षिक अंक रश्मि प्रभा पूरे भारत में गरमी अपना तांडव कर रही है। हर तरफ बस एक ही पुकार है...
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घर आजा घिर आयी बदरा सांवरिया…पंचम दा की ७० वीं जयंती पर ओल्ड इस गोल्ड का विशेष अंक

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 124 “१९५७की बात मैं कर रहा हूँ, जब मैं पहली बार इस फ़िल्मी दुनिया में बतौर संगीतकार क़दम रखा। महमूद...
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सुनो कहानी: पहेली – उपेन्द्रनाथ अश्क

Amit
उपेन्द्रनाथ अश्क की “पहेली” ‘सुनो कहानी’ इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में...
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वो चाँद मुस्कुराया सितारे शरमाये….मजरूह साहब ने लिखा था इस खूबसूरत युगल गीत को

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 123 १९५६में फ़िल्म ‘चोरी चोरी’ में लता मंगेशकर और मन्ना डे का गाया एक बड़ा ही मशहूर ‘रोमांटिक’ युगल गीत...
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इंशा जी उठो अब कूच करो….एक गज़ल जिसके कारण तीन फ़नकार कूच कर गए

Amit
महफ़िल-ए-ग़ज़ल #२४ आज की गज़ल को क्या कहूँ, कुछ ऐसी कहानी हीं इससे जुड़ी है कि अगर कुछ न भी हो तो बहुत कुछ कहा...