Uncategorizedघायल जो करने आए वही चोट खा गए…….."गुमनाम" के शब्द और "रेशमा" आपा का दर्दAmitSeptember 29, 2009 by AmitSeptember 29, 20090233 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #४९ बड़े दिनों के बाद ऐसा हुआ कि महफ़िल में हाज़िरी लगाने के मामले में सीमा जी पिछड़ गईं और महफ़िल का मज़ा कोई...
Uncategorizedफिर तमन्ना जवां न हो जाए….. महफ़िल में पहली बार "ताहिरा" और "हफ़ीज़" एक साथAmitSeptember 1, 2009 by AmitSeptember 1, 20090216 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #४१ आज से फिर हम प्रश्नों का सिलसिला शुरू करने जा रहे हैं। इसलिए कमर कस लीजिए और तैयार हो जाईये अनोखी प्रतियोगिता का...
Uncategorizedन ग़म कशोद-ओ-बस्त का, न वादा-ए-अलस्त का……….अभी तो मैं जवान हूँ!!AmitJune 30, 2009 by AmitJune 30, 20090241 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #२५ गज़लों की यह महफ़िल अपने पहले पड़ाव तक पहुँच चुकी है। आज हम आपके सामने महफ़िल-ए-गज़ल का २५वाँ अंक लेकर हाज़िर हुए हैं।...