Uncategorizedतेरे ख्यालों में हम…तेरी ही बाहों में हम… डुबो देती है आशा अपनी आवाज़ में इस गीत के सुननेवालों कोSajeevMay 31, 2009 by SajeevMay 31, 20090425 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 97 दोस्तों, अभी कुछ दिन पहले हमने आपको वी.शांताराम की फ़िल्म ‘नवरंग’ का गीत सुनवाया था “तू छूपी है कहाँ,...
Uncategorizedइस बार का कवि सम्मेलन रश्मि प्रभा के संगAmitMay 31, 2009 by AmitMay 31, 20090457 सुनिए पॉडकास्टिंग के इस नए प्रयोग को रश्मि प्रभा नमस्कार! दोस्तो, हम एक फिर हाज़िर हैं इस माह के आपके अंतिम रविवार और अंतिम दिन...
Uncategorizedचरणदास को जो पीने की आदत न होती…सामाजिक जिम्मेदारियों को भी निभाते थे "गोल्डन इरा" के गीतकारSajeevMay 30, 2009 by SajeevMay 30, 20090495 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 96 आसी. रामचन्द्र और किशोर कुमार के संगम से बने दो “गोल्ड” गीत अब तक हमने इस शृंखला में शामिल...
Uncategorizedसुनो कहानी: शिखर-पुरुषAmitMay 30, 2009 by AmitMay 30, 20090295 ज्ञानप्रकाश विवेक की “शिखर-पुरुष” ‘सुनो कहानी’ इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने “किस से कहें” वाले अमिताभ...
Uncategorizedना ना ना रे ना ना …हाथ ना लगाना… दो अलग अंदाज़ ओ आवाज़ की गायिकाओं का सुंदर मेलSajeevMay 29, 2009 by SajeevMay 29, 20090256 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 95 आम तौर पर फ़िल्मी युगल गीत में एक गायक और एक गायिका की आवाज़ें हुआ करती हैं। लेकिन समय...
Uncategorizedमुझे फिर वही याद आने लगे हैं…. महफ़िल-ए-बेकरार और "हरि" का "खुमार"AmitMay 29, 2009 by AmitMay 29, 20090535 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #१६ आज हम जिन दो शख्सियतों की बात करने जा रहे हैं,उनमें से एक को अपना नामसाबित करने में पूरे १८ साल लगे तो...
Uncategorizedजिसे तू कबूल कर ले वो अदा कहाँ से लाऊं….पूछा था चंद्रमुखी से देव बाबू से लता के स्वर में.SajeevMay 28, 2009 by SajeevMay 28, 20090380 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 94 न्यू थियटर्स के प्रमथेश चंद्र बरुवा ने सन् १९३५ में शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के मशहूर उपन्यास ‘देवदास’ को पहली बार...
Uncategorizedलोकगीतों में वतन वाले सुनें नाम मेराAmitMay 28, 2009 by AmitMay 28, 20090331 पिछले हफ़्ते हमने आपको अब्बास रज़ा अल्वी द्वारा संगीतबद्ध गोपालदास नीरज का एक गीत सुनवाया था। आज एक बार फिर से हम इन्हीं की एक...
Uncategorizedन ये चाँद होगा न तारे रहेंगें…एस एच बिहारी का लिखा ये अनमोल नग्मा गीता दत्त की आवाज़ में.SajeevMay 27, 2009 by SajeevMay 27, 20090602 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 93 आज के ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ में प्यार के इज़हार का एक बड़ा ही ख़ूबसूरत अंदाज़ पेश-ए-ख़िदमत है गीता दत्त...
Uncategorizedशहर के दुकानदारों को जावेद अख्तर की सलाह – एल्बम संगम से नुसरत साहब की आवाज़ मेंAmitMay 27, 2009 by AmitMay 27, 20090338 बात एक एल्बम की # 07 फीचर्ड आर्टिस्ट ऑफ़ दा मंथ – नुसरत फतह अली खान और जावेद अख्तर.फीचर्ड एल्बम ऑफ़ दा मंथ – “संगम”...