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मुझे फिर वही याद आने लगे हैं…. महफ़िल-ए-बेकरार और "हरि" का "खुमार"

Amit
महफ़िल-ए-ग़ज़ल #१६ आज हम जिन दो शख्सियतों की बात करने जा रहे हैं,उनमें से एक को अपना नामसाबित करने में पूरे १८ साल लगे तो...