Tag : kishore kumar series

Uncategorized

मुसाफिर हूँ यारों…न घर है न ठिकाना…हमें भी तो किशोर दा को गीतों को बस सुनते ही चले जाना है….

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 170 दोस्तों, पिछले ९ दिनों से लगातार किशोर दा की आवाज़ में ज़िंदगी के नौ अलग अलग रूपों से गुज़रते...
Uncategorized

रूप तेरा मस्ताना…प्यार मेरा दीवाना…रोमांस का समां बाँधती किशोर की आवाज़

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 169 हाल ही में एक गीत आया था “कभी मेरे साथ कोई रात गुज़ार तुझे सुबह तक मैं करूँ प्यार”,...
Uncategorized

हम मतवाले नौजवान मंजिलों के उजाले…युवा दिलों की धड़कन बनी किशोर कुमार की आवाज़

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 168 जन्म से लेकर मृत्यु तक आदमी की ज़िंदगी उसे कई पड़ावों से पार करवाता हुआ अंजाम की ओर ले...
Uncategorized

बड़ी मुश्किल से मगर दुनिया में दोस्त मिलते है…कितना सही कहा था शायर ने किशोर में स्वरों में बसकर

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 167 “फूलों से ख़ूबसूरत कोई नहीं, सागर से गहरा कोई नहीं, अब आप की क्या तारीफ़ करूँ, दोस्ती में आप...
Uncategorized

समाँ है सुहाना सुहाना नशे में जहाँ है….जहाँ किशोर की आवाज़ गूंजे वहां ऐसा क्यों न हो

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 165 पिछ्ले तीन दिनों से आप किशोर दा की आवाज़ में सुन रहे हैं जीवन के कुछ ज़रूरी और थोड़े...
Uncategorized

रुक जाना नहीं तू कहीं हार के…चिर प्रेरणा का स्त्रोत रहा है, दादा का गाया ये नायाब गीत

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 164 कल हमने बात की थी सपनों की। दोस्तों, सपने तभी सच होते हैं जब उनको सच करने के लिए...
Uncategorized

छोटा सा घर होगा बादलों की छाँव में….सपनों को पंख देती किशोर कुमार की आवाज़

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 163 प्रोफ़. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने कहा है कि “Dream is not something that we see in sleep;...
Uncategorized

एक हजारों में मेरी बहना है…रक्षा बंधन पर शायद हर भाई यही कहता होगा…

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 162 “कभी भ‍इया ये बहना न पास होगी, कहीं परदेस बैठी उदास होगी, मिलने की आस होगी, जाने कौन बिछड़...
Uncategorized

देखा न हाय रे सोचा न…यही था किशोर का मस्तमौजी अंदाज़

Amit
दोस्तों,१९७० -१९८० के दशक में किशोर कुमार को एक लेख में पेश करना बहुत मुश्किल है | इस महान शख्सियत की कुछ यादें – किशोर...