Tag : musafir hoon yaaron

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मुसाफिर हूँ यारों…न घर है न ठिकाना…हमें भी तो किशोर दा को गीतों को बस सुनते ही चले जाना है….

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 170 दोस्तों, पिछले ९ दिनों से लगातार किशोर दा की आवाज़ में ज़िंदगी के नौ अलग अलग रूपों से गुज़रते...