Uncategorizedदिल तड़प तड़प के…..सलिल दा की धुन पर मुकेश (जयंती पर विशेष) और लता की आवाजेंSajeevJuly 22, 2010 by SajeevJuly 22, 20100282 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 445/2010/145 ‘गीत अपना धुन पराई’ लघु शृंखला में इन दिनों आप सुन रहे हैं फ़िल्म संगीत के सुनहरे दौर के...
Uncategorizedभारतीय और पाश्चात्य शास्त्रीय संगीत, दोनों में ही माहिर थे सलिल दाSajeevMay 19, 2010 by SajeevMay 19, 20100301 ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # २९ ‘ओल्ड इज़ गोल्ड रिवाइवल’ में आज प्रस्तुत है गीतकार योगेश का लिखा, सलिल चौधरी का संगीतबद्ध किया हुआ फ़िल्म...
Uncategorizedन जाने क्यों होता है ये जिंदगी के साथ…कि कुछ गीत कभी दिलो-जेहन से उतरते ही नहींSajeevMarch 13, 2010 by SajeevMarch 13, 20100488 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 372/2010/72 लीग से हट के फ़िल्मों की बात करें तो ऐसी फ़िल्मों में बासु चटर्जी का योगदान उल्लेखनीय रहा है।...
Uncategorizedछम छम नाचत आई बहार….एक ऐसा मधुर गीत जिसे सुनकर कोई भी झूम उठेSajeevMarch 7, 2010 by SajeevMarch 7, 20100258 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 366/2010/66 “एक बार फिर बसंत जवान हो गया,जग सारा वृंदावन धाम हो गया,आम बौराई रहा, सरसों भी फूल रहा,खेत खलिहान...
Uncategorizedजाने वाले सिपाही से पूछो…ओल्ड इस गोल्ड का ३०० एपिसोड सलाम करता है देश के वीर जांबाज़ सिपाहियों कोSajeevDecember 24, 2009 by SajeevDecember 24, 20090271 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 300 और दोस्तों, हमने लगा ही लिया अपना तीसरा शतक। ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ आज पूरा कर रहा है अपना ३००-वाँ...
Uncategorizedओ सजना बरखा बहार आई….लता के मधुर स्वरों की फुहार जब बरसी शैलेन्द्र के बोलों मेंSajeevDecember 12, 2009 by SajeevDecember 12, 20090259 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 288 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर जारी है शृंखला “शैलेन्द्र- आर.के.फ़िल्म्स के इतर भी”। आज का जो गीत हमने चुना है...
Uncategorizedमुन्ना बड़ा प्यारा, अम्मी का दुलारा…जब किशोर ने स्वर दिए शैलेन्द्र के शब्दों कोSajeevDecember 9, 2009 by SajeevDecember 9, 20090279 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 285 राज कपूर के आर.के.फ़िल्म्स के बैनर के बाहर की फ़िल्मों में लिखे हुए गीतकार शैलेन्द्र के गीतों का करवाँ...
Uncategorizedआजा रे परदेसी, मैं तो कब से खडी इस पार….लता के स्वरों में गूंजी शैलेन्द्र की पीड़ाSajeevDecember 6, 2009 by SajeevDecember 6, 20090315 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 282 “शैलेन्द्र- आर.के.फ़िल्म्स के इतर भी” शृंखला की दूसरी कड़ी में आपका स्वागत है। इस शृंखला में हम ना केवल...
Uncategorizedसुहाना सफ़र और ये मौसम हसीं….कौन न खो जाए मुकेश की इस मस्ती भरी आवाज़ मेंSajeevAugust 30, 2009 by SajeevAugust 30, 20090332 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 187 दिलीप कुमार के लिए पार्श्वगायन की अगर बात करें तो सब से पहले उनके लिए गाया था अरुण कुमार...
Uncategorizedकौन कहे इस ओर तू फिर आये न आये, मौसम बीता जाए… कैसे एक गीत समा गयी जीवन की तमाम सच्चाइयाँSajeevAugust 22, 2009 by SajeevAugust 22, 20090296 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 179 दोस्तों, इन दिनों ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर आप सुन रहे हैं शरद तैलंग जी के अनुरोध पर एक के...