Uncategorizedओ जानेवाले हो सके तो लौट के आना…हर दिल से आती है यही सदा मुकेश के लिएSajeevSeptember 2, 2009 by SajeevSeptember 2, 20090274 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 190 ‘१० गीत जो थे मुकेश को प्रिय’, इस लघु शृंखला में पिछले ९ दिनों से आप सुनते आ रहे...
Uncategorizedकोई जब तुम्हारा ह्रदय तोड़ दे….इन्दीवर साहब के शब्दों और मुकेश के स्वरों ने इस गीत अमर बना डालाSajeevSeptember 1, 2009 by SajeevSeptember 1, 20090272 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 189 मुकेश के साथ राज कपूर और शंकर जयकिशन के नाम इस तरह से जुड़े हुए हैं कि ऐसा लगता...
Uncategorizedतू कहे अगर जीवन भर मैं गीत सुनाता जाऊं…उम्र भर तो गाया मुकेश ने पर अफ़सोस ये उम्र बेहद कम रहीSajeevAugust 31, 2009 by SajeevAugust 31, 20090266 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 188 आज एक बार फिर से हम वापस रुख़ करते हैं ४० के दशक की आख़िर की तरफ़। १९४९ का...
Uncategorizedसुहाना सफ़र और ये मौसम हसीं….कौन न खो जाए मुकेश की इस मस्ती भरी आवाज़ मेंSajeevAugust 30, 2009 by SajeevAugust 30, 20090332 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 187 दिलीप कुमार के लिए पार्श्वगायन की अगर बात करें तो सब से पहले उनके लिए गाया था अरुण कुमार...
Uncategorizedदोस्त दोस्त न रहा प्यार प्यार न रहा…पर मुकेश का आवाज़ न बदली न बदले उनके चाहने वालेSajeevAugust 29, 2009 by SajeevAugust 29, 20090521 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 186 मुकेश के पसंदीदा गीतों में घूम फिर कर राज कपूर की फ़िल्मों के गानें शामिल होना कोई अचरज की...
Uncategorizedजिन्दा हूँ इस तरह कि गम-ए-जिंदगी नहीं….उफ़ कैसा दर्द है मुकेश के इन स्वरों में…SajeevAugust 28, 2009 by SajeevAugust 28, 20090303 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 185 मुकेश का फ़िल्म जगत में दाख़िला तो सन् १९४१ में ही हो गया था, लेकिन सही मायने में उनके...
Uncategorizedजीना यहाँ मरना यहाँ, इसके सिवा जाना कहाँ….वो आवाज़ जिसने दी हर दिल को धड़कने की वजह- मुकेशSajeevAugust 27, 2009 by SajeevAugust 27, 20090421 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 184 “कल खेल में हम हों न हों गर्दिश में तारे रहेंगे सदा, भूलोगे तुम भूलेंगे वो, पर हम तुम्हारे...
Uncategorizedमुझको इस रात की तन्हाई में आवाज़ न दो….दर्द और मुकेश की आवाज़ का था एक गहरा नाताSajeevAugust 26, 2009 by SajeevAugust 26, 20090304 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 183 ‘१० गीत जो थे मुकेश को प्रिय’ लघु शृंखला के अंतर्गत आप सुन रहे हैं मुकेश की गाए हुए...
Uncategorizedझूमती चली हवा याद आ गया कोई…संगीतकार एस एन त्रिपाठी के लिए भी गाये मुकेश ने कुछ बेहरतीन गीतSajeevAugust 25, 2009 by SajeevAugust 25, 20090316 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 182 ‘१० गीत जो थे मुकेश को प्रिय’, इस शृंखला की दूसरी कड़ी में मुकेश और शैलेन्द्र की जोड़ी तो...
Uncategorizedसजन रे झूठ मत बोलो खुदा के पास जाना है…शायद ये गीत काफी करीब था मुकेश की खुद की सोच सेSajeevAugust 24, 2009 by SajeevAugust 24, 20090949 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 181 “हम छोड़ चले हैं महफ़िल को, याद आए कभी तो मत रोना, इस दिल को तसल्ली दे लेना, घबराए...