Tag : do biigha zameen

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कौन कहे इस ओर तू फिर आये न आये, मौसम बीता जाए… कैसे एक गीत समा गयी जीवन की तमाम सच्चाइयाँ

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 179 दोस्तों, इन दिनों ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर आप सुन रहे हैं शरद तैलंग जी के अनुरोध पर एक के...
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हरियाला सावन ढोल बजाता आया….मानसून की आहट पर कान धरे है ये मधुर समूहगान

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 91 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ के लिए आज हम एक बड़ा ही अनोखा समूहगान लेकर आये हैं। सन् १९५३ में बिमल...