Month : April 2010

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साईकिल की सवारी – पंडित सुदर्शन

Amit
सुनो कहानी: पंडित सुदर्शन की “साईकिल की सवारी” ‘सुनो कहानी’ इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग...
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राजकपूर की फ़िल्मी संवेदना और शंकर जयकिशन की संगीत अभिव्यक्ति

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०३ १९५१ में राज कपूर और नरगिस की फ़िल्म ‘आवारा’ में हसरत जयपुरी का लिखा, शंकर जयकिशन का संगीतबद्ध किया,...
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मन के बंद कमरों को लौट चलने की सलाह देता एक रॉक गीत कृष्ण राजकुमार की आवाज़ में

Amit
Season 3 of new Music, Song # 04 दोस्तों, आवाज़ संगीत महोत्सव, सत्र ३ के चौथे गीत की है आज बारी. बतौर संगीतकार- गीतकार जोड़ी...
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पंचम, बख्शी साहब और किशोर दा का हो मेल तो गीत रचना हो जैसे खेल

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # ०२ ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ रिवाइवल की दूसरी कड़ी में आज सुनिए फ़िल्म ‘शालिमार’ का गीत “हम बेवफ़ा हरग़िज़ ना थे,...
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खय्याम का संगीत था कुछ अलग अंदाज़ का, जिसमें शायरी और बोलों का भी होता था खास स्थान

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड /रिवाइवल # 01 नमस्ते दोस्तों! जैसा कि कल की कड़ी में हमने आपको यह आभास दिया था कि आज से ‘ओल्ड इज़...
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ज़ुल्मतकदे में मेरे…..ग़ालिब को अंतिम विदाई देने के लिए हमने विशेष तौर पर आमंत्रित किया है जनाब जगजीत सिंह जी को

Amit
महफ़िल-ए-ग़ज़ल #८० आज से कुछ दो या ढाई महीने पहले हमने ग़ालिब पर इस श्रृंखला की शुरूआत की थी और हमें यह कहते हुए बहुत...
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मैंने रंग ली आज चुनरिया….मदन साहब के संगीत से शुरू हुई ओल्ड इस गोल्ड की परंपरा में एक विराम उन्हीं की एक और संगीत रचना पर

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 410/2010/110 ‘पसंद अपनी अपनी’ शृंखला की आज है अंतिम कड़ी। ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर युं तो इससे पहले भी पहेली...
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मैं पल दो पल का शायर हूँ…हर एक पल के शायर साहिर हैं मनु बेतक्ल्लुस जी की खास पसंद

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 409/2010/109 आपकी फ़रमाइशी गीतों के ध्वनि तरंगों पे सवार हो कर ‘पसंद अपनी अपनी’ शृंखला की नौवीं कड़ी में हम...
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मैं कहीं कवि न बन जाऊं….ये गीत पसंद है "महफ़िल-ए-गज़ल" प्रस्तुतकर्ता विश्व दीपक तन्हा को

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 408/2010/108 आज ‘पसंद अपनी अपनी’ में हम जिन शख़्स के पसंद का गीत सुनने जा रहे हैं, वह इसी हिंद...
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आज पिया तोहे प्यार दूं….पॉडकास्टर गिरीश बिल्लोरे की यादों को सहला जाता है ये गीत

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 407/2010/107 पसंदीदा गीतों की इस शृंखला को आगे बढ़ाते हुए आज हमने एक ऐसे शख़्स का फ़रमाइशी गीत चुना है...