Uncategorizedदर्द-ए-उल्फ़त छुपाऊँ कहाँ….लता ने किया एक मासूम सवाल शंकर जयकिशन के संगीत मेंSajeevOctober 1, 2009 by SajeevOctober 1, 200901771 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 219 गीतकार शैलेन्द्र, संगीतकार जोड़ी शंकर-जयकिशन और गायिका लता मंगेशकर की जब एक साथ बात चलती है तो इतने सारे...
Uncategorizedरात के राही थम न जाना….लता की पुकार, साहिर के शब्दों मेंSajeevSeptember 30, 2009 by SajeevSeptember 30, 20090263 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 218 ‘मेरी आवाज़ ही पहचान है’ शृंखला की आज की कड़ी में लता जी के जिस दुर्लभ नग़मे की बारी...
Uncategorizedदुखियारे नैना ढूँढ़े पिया को… इन्दीवर के बोल और लता के स्वरSajeevSeptember 29, 2009 by SajeevSeptember 29, 20090297 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 217 ‘मेरी आवाज़ ही पहचान है’ के तहत इन दिनों आप सुन रहे हैं लता मंगेशकर के गाए कुछ बेहद...
Uncategorizedमुस्कुराहट तेरे होंठों की मेरा सिंगार है….लता जी का हँसता हुआ चेहरा संगीत प्रेमियों के लिए ईश्वर का प्यार हैSajeevSeptember 28, 2009 by SajeevSeptember 28, 20090307 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 216 आज २८ सितंबर का दिन फ़िल्म संगीत के लिए एक बेहद ख़ास दिन है। क्यों शायद बताने की ज़रूरत...
Uncategorizedमैं हूँ कली तेरी तू है भँवर मेरा, मैं हूँ नज़र तेरी तू है जिगर मेरा…लता का एक दुर्लभ गीतSajeevSeptember 27, 2009 by SajeevSeptember 27, 20090293 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 215 लता मंगेशकर के गाए कुछ भूले बिसरे और दुर्लभ गीतों पर आधारित हमारी विशेष शृंखला आप इन दिनों सुन...
Uncategorizedइतना भी बेकसों को न आसमान सताए…पंडित गोविन्दराम के सुरों के लिए स्वर मिलाये लता नेSajeevSeptember 26, 2009 by SajeevSeptember 26, 20090277 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 214 “मुझसे चलता है सर-ए-बज़्म सुखन का जादू,चांद ज़ुल्फ़ों के निकलते हैं मेरे सीने से,मैं दिखाता हूँ ख़यालात के चेहरे...
Uncategorizedचाहे चोरी चोरी आओ चाहे चुप चुप आओ….सुनिए लता का ये दुर्लभ अंदाज़SajeevSeptember 25, 2009 by SajeevSeptember 25, 20090277 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 213 जारी है ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर लता मंगेशकर के गाए हुए कुछ बेहद दुर्लभ और भूले बिसरे गीतों की...
Uncategorizedअब कोई जी के क्या करे जब कोई आसरा नहीं…दर्द में डूबी लता की आवाज़SajeevSeptember 24, 2009 by SajeevSeptember 24, 20090303 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 212 “कुछ लोगों के बारे में कहा जाता है कि फ़लाना व्यक्ति इतनी भाग्यशाली है कि मिट्टी को भी हाथ...
Uncategorizedदूर जाए रे राह मेरी आज तेरी राह से….खेमचंद प्रकाश के लिए गाया लता ने ये बेमिसाल गीतSajeevSeptember 23, 2009 by SajeevSeptember 23, 20090252 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 211 २८ सितंबर १९२९। मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्म हुआ था एक बच्ची का। कहा जाता है कि गंगा...