Tag : awaara

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ऐ ग़म-ए-दिल क्या करूँ, वहशत-ए-दिल क्या करूँ…मजाज़ के मिजाज को समझने की कोशिश की तलत महमूद ने

Amit
महफ़िल-ए-ग़ज़ल #८५ कुछ शायर ऐसे होते है, जो पहली मर्तबा में हीं आपके दिल-औ-दिमाग को झंकझोर कर रख देते हैं। इन्हें पढना या सुनना किसी...
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एक दो तीन आजा मौसम है रंगीन….रंगीन मौसम को और रंगीन किया शमशाद बेगम ने

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 116 हमारी फ़िल्मों में कुछ चरित्र ऐसे होते हैं जो मूल कहानी के पात्र तो नहीं होते लेकिन जिनकी उपस्तिथि...
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आवारा हूँ…या गर्दिश में हूँ आसमान का तारा हूँ….कभी कहा था खुद राज कपूर ने

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 102 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ मे चल रहा है ‘राज कपूर विशेष‘। कल के अंक मे राज कपूर के शुरूआती दिनों...