Uncategorizedउस पे बन जाये कुछ ऐसी कि बिन आये न बने.. जसविंदर सिंह की जोरदार आवाज़ में ग़ालिब ने माँगी ये दुआAmitApril 14, 2010 by AmitApril 14, 20100274 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #७९ पिछली किसी कड़ी में इस बात का ज़िक्र आया था कि “ग़ालिब” के उस्ताद “ग़ालिब” हीं थे। उस वक्त तो हमने इस बात...
Uncategorizedरोएंगे हम हज़ार बार कोई हमें सताये क्यूँ.. नूरजहां की काँपती आवाज़ में मचल पड़ी ग़ालिब की ये गज़लAmitMarch 3, 2010 by AmitMarch 3, 20100279 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #७३ लाजिम था कि देखो मेरा रस्ता कोई दिन और, तनहा गये क्यों अब रहो तनहा कोई दिन और। ग़ालिब की ज़िंदगी बड़ी हीं...
Uncategorizedगजरा बना के ले आ… एक मखमली नज़्म के बहाने अफ़शां और हबीब की जुगलबंदीAmitJanuary 20, 2010 by AmitJanuary 20, 20100419 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #६७ कभी-कभी यूँ होता है कि आप जिस चीज से बचना चाहो, जिस चीज से कन्नी काटना चाहो, वही चीज आपकी ज़िंदगी का एक...
Uncategorizedकोशिश जब तेरी हद से गुज़र जायेगी…मंजिल ख़ुद ब ख़ुद तेरे पास चली आएगीAmitOctober 16, 2008 by AmitOctober 16, 20080590 पिछले लगभग एक हफ्ते से हम आपको सुनवा रहे हैं एक ऐसे गायक को जिसने अपनी खनकती आवाज़ में संगीतमय श्रद्धाजंली प्रस्तुत की अजीम ओ...
Uncategorizedवो मिजाज़ से बादशाह कम शायर ज्यादा था…उस्ताद शायर बहादुर शाह ज़फ़र को सलाम – शिशिर पारखीAmitOctober 14, 2008 by AmitOctober 14, 20080459 एहतराम – अजीम शायरों को सलाम ( अंक – ०५ )इश्क में क्या क्या मेरे जुनूँ की…. सुनिए ज़फ़र का कलाम शिशिर की आवाज़ में...