Tag : shahida parveen

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दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है.. ग़ालिब के दिल से पूछ रही हैं शाहिदा परवीन

Amit
महफ़िल-ए-ग़ज़ल #७२ पूछते हैं वो कि “ग़ालिब” कौन है,कोई बतलाओ कि हम बतलायें क्या अब जबकि ग़ालिब खुद हीं इस बात से इत्तेफ़ाक़ रखते हैं...
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दीपक राग है चाहत अपनी, काहे सुनाएँ तुम्हें… "होशियारपुरी" के लफ़्ज़ों में बता रही हैं "शाहिदा"

Amit
महफ़िल-ए-ग़ज़ल #४३ यूँतो पिछली महफ़िल बाकी के महफ़िलों जैसी हीं थी। लेकिन “प्रश्न-पहेली” के आने के बाद और दो सवालों के जवाब देने के क्रम...