Uncategorizedढल गया हिज्र का दिन आ भी गई वस्ल की रात… फ़ैज़ साहब के बेमिसाल बोल और इक़बाल बानो की मदभरी आवाज़AmitMay 5, 2010 by AmitMay 5, 20100273 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #८२ बात तो दर-असल पुरानी हो चुकी है, फिर भी अगर ऐसा मुद्दा हो, ऐसी घटना हो जिससे खुशी मिले तो फिर क्यों न...
Uncategorizedरामराज्य बापू का सपना, इस धरती पर लाओ रामAmitApril 3, 2009 by AmitApril 3, 20090362 रामनवमी पर सुनिए अमीर खुसरो, कबीर, तुलसी और राकू को वैष्णव हिन्दू हर वर्ष चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को अपने भगवान श्रीराम...
Uncategorizedआज १५ बार सर उठा कर गर्व से सुनें-गुनें – राष्ट्रीय गानAmitJanuary 26, 2009 by AmitJanuary 26, 20090409 “उस स्वतंत्रता के होने का कोई महत्व नहीं है जिसमें गलतियाँ करने की छूट सम्मिलित ना हो”-महात्मा गाँधी.आवाज़ के सभी श्रोताओं को गणतंत्र दिवस की...
Uncategorizedवैष्णव जन तो तेने कहिये,जे पीड पराई जाणे रे…AmitOctober 2, 2008 by AmitOctober 2, 20080363 गाँधी जयंती पर विशेष – मैंने अहिंसा का पाठ अपनी पत्नी से पढा…..मैं स्वप्नंष्टा नहीं हूं। मैं स्वयं को एक व्यावहारिक आदर्शवादी मानता हूं। अहिंसा...
Uncategorizedस्वर और सुर की देवी – एम एस सुब्बलक्ष्मीAmitSeptember 18, 2008 by AmitSeptember 18, 200801698 “जब एक बार हम अपनी कला और भक्ति से भीतर की दिव्यता से सामंजस्य बिठा लेते हैं, तब हम इस शरीर के बाहर भी प्रेम...