Uncategorizedमेरा बुलबुल सो रहा है शोर तू न मचा…कवि प्रदीप और अनिल दा का रचा एक अनमोल गीतSajeevFebruary 13, 2010 by SajeevFebruary 13, 20100299 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 344/2010/44 १९४३। इस वर्ष ने ३ प्रमुख फ़िल्में देखी – क़िस्मत, तानसेन, और शकुंतला। ‘तानसेन’ रणजीत मूवीटोन की फ़िल्म थी...
Uncategorizedमहादेवी वर्मा की कविता 'जो तुम आ जाते एक बार' का संगीतबद्ध रूपAmitSeptember 13, 2009 by AmitSeptember 13, 200901417 गीतकास्ट प्रतियोगिता- परिणाम-4: जो तुम आ जाते एक बार हर वर्ष 14 सितम्बर का दिन हिन्दी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। हिन्दी सेवी...
Uncategorizedवो खंडवा का शरारती छोराAmitAugust 4, 2008 by AmitAugust 4, 20080274 किशोर कुमार का नाम आते ही जेहन में जाने कितनी तस्वीरें, जाने कितनी सदायें उभर कर आ जाती है. किशोर दा यानी एक हरफनमौला कलाकार,...