Uncategorizedपीपरा के पतवा सरीके डोले मनवा…मिटटी की सौंधी सौंधी महक लिए "गोदान" का ये गीतSajeevMarch 17, 2010 by SajeevMarch 17, 20100556 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 376/2010/76 ‘१० गीत समानांतर सिनेमा के’ शृंखला की छठी कड़ी में हमने आज एक ऐसी फ़िल्म के गीत को चुना...
Uncategorizedकैसे दिन बीते कैसे बीती रतिया….पंडित रवि शंकर और शैलेन्द्र की जुगलबंदीSajeevDecember 23, 2009 by SajeevDecember 23, 20090276 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 299 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ पर इन दिनों आप सुन रहे हैं शरद तैलंग जी के पसंद के पाँच गानें बिल्कुल...
Uncategorizedहाय रे वो दिन क्यों न आये….ओल्ड इस गोल्ड पर पहली बार पंडित रविशंकरSajeevOctober 12, 2009 by SajeevOctober 12, 20090268 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 230 ‘दस राग दस रंग’ शृंखला मे पिछले नौ दिनों में आप ने सुने नौ अलग अलग शास्त्रीय रागों पर...
Uncategorizedअरे दिल है तेरे पंजे में तो क्या हुआ….SajeevFebruary 21, 2009 by SajeevFebruary 21, 20090533 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 02 ओल्ड इस गोल्ड आवाज़ का एक ऐसा स्तम्भ है जिसमें हम आपको फ़िल्म संगीत के सुनहरे दौर से चुनकर...
Uncategorizedबिल्लू को कहना नही कोई हज्ज़ाम…AmitFebruary 15, 2009 by AmitFebruary 15, 20090319 सप्ताह की संगीत सुर्खियाँ (11) नामांकन में आना भी एक उपलब्धि है – पंडित रवि शंकर ग्रैमी पुरस्कार विजेता उस्ताद जाकिर हुसैन को बधाई देने...
Uncategorizedरहमान के बाद अब बाज़ी मारी उस्ताद जाकिर हुसैन ने भी…AmitFebruary 10, 2009 by AmitFebruary 10, 20090389 भारतीय संगीत की थाप विश्व पटल पर सुनाई दे रही है, लॉस एन्जेलेंस और लन्दन में भारत के दो संगीत महारथियों ने अपने अन्य प्रतियोगियों...
Uncategorizedजब मुझे विचित्र वीणा वादन हेतु मिला आदरणीय स्वर्गीय पंडित किशन महाराज जी का आशीर्वादAmitJanuary 15, 2009 by AmitJanuary 15, 20090269 (पहले अंक से आगे…) शाम के यही कोई आठ बजे का समय था, बनारस में गंगा मैया झूम झूम कर बह रही थी और कई...