Uncategorized"केसरिया बालमा..", मांड एक – फनकार अनेकAmitJanuary 30, 2009 by AmitJanuary 30, 20090249 राजस्थान के राजाओं की रूमानी कहानियों पर आधारित लोक गीत हैं जिन्हें मांड कहा जाता है. रेगिस्तान की मिटटी में रचे बसे इस राग पर...
Uncategorizedएक आम आदमी जिसने भोजपुरी को बना दिया खास…AmitDecember 18, 2008 by AmitDecember 18, 20080265 भिखारी ठाकुर की जयंती पर हमारी संगीतमयी प्रस्तुति भिखारी ठाकुर एक आम आदमी के सतह से शिखर तक की बेजोड़ मिसाल हैं भिखारी ठाकुर… बहुत...
Uncategorizedकेरवा जे फरेला घवद से : सुनिए छठ के अवसर पर ये लोक गीतAmitNovember 4, 2008 by AmitNovember 4, 20080247 आज छठ पर्व है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक श्रृद्धालु डूबते सूरज को अर्घ्य दे चुके होंगे और कल भोर में दूसरा अर्घ्य उगते...
Uncategorizedछठ पर्व और शारदा सिंहा, कविता पौडवाल, अनुराधा पौडवाल, सुनील छैला बिहारी आदि के गाये गीतAmitNovember 3, 2008 by AmitNovember 3, 20080269 भारत पर्व प्रधान देश है। बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में इन दिनों छठ पूजा की धूम है। इस अवसर हम आपके लिए गीत-संगीत...
Uncategorizedपिया मेहंदी लियादा मोती झील से…जाके सायिकील से न…AmitOctober 20, 2008 by AmitOctober 20, 20080294 मिट्टी के गीत में- कजली गीत मिर्जापुर उत्तर प्रदेश में एक लोक कथा चलती है, कजली की कथा. ये कथा विस्थापन के दर्द की है....
Uncategorizedमिट्टी के गीत ( ३), कश्मीर की वादियों में महकता सूफी संगीतAmitSeptember 13, 2008 by AmitSeptember 13, 20080447 उस्ताद गुलाम मोहमद साज़नवाज़ का जादूई संगीत असाम के मिटटी की महक लेने के बाद आईये चलते हैं, हिमालय की गोद में बसे धरती के...
Uncategorizedमिटटी के गीत ( २ ), लोक गीतों की अनमोल धरोहर संभाले हैं – ये संगीत युगलAmitAugust 28, 2008 by AmitAugust 28, 20080244 लोक गीतों की बात चल रही है, और हम है आसाम की हरियाली वादियों में, जुबीन की मधुर आवाज़ में हम सुन चुके हैं ये...