Uncategorizedवो बुतखाना, ये मयखाना सब धोखा है…AmitNovember 14, 2008 by AmitNovember 14, 20080386 भोपाल शहर की एक अलसाई सी दोपहर, एक सूनी गली का आखिरी मकान जहाँ जमा हैं “मार्तण्डया” संगीत समूह के सभी संगीत सदस्य. फिज़ा में...
Uncategorizedसच्चे सुरों की दुनिया का बाशिंदा है कृष्णा पंडितAmitOctober 23, 2008 by AmitOctober 23, 20080326 निरंतर नई प्रतिभाओं को जब हम इस मंच पर लाते हैं और जब उनके गीत आपके मन के गीत बन जाते हैं वो क्षण हमारे...