Uncategorizedरफ़िक़ शेख की ग़ज़ल ने ली जबरदस्त बढ़त, छोडा खुशमिजाज़ मिटटी को पीछेAmitDecember 27, 2008 by AmitDecember 27, 20080313 अक्तूबर के अजय वीर गीत हैं फ़िर एक बार आमने सामने, और पहले चरण के तीसरे और अन्तिम समीक्षक की पैनी नज़र है उन पर....
Uncategorizedजब अक्टूबर के अजय वीर गीत दूसरी बार भिडे…AmitDecember 23, 2008 by AmitDecember 23, 20080270 किन्हीं कारणों वश हम अपनी समीक्षाओं की प्रस्तुति में कुछ पीछे छूट गए थे. पर कोशिश हमारी रहेगी कि जनवरी के पहले सप्ताह के अंत...
Uncategorizedअक्तूबर के अजय वीर पहली बार आमने सामनेAmitNovember 17, 2008 by AmitNovember 17, 20080247 अक्तूबर के अजय वीर गीतों के पहले चरण की पहली समीक्षा में समीक्षक ने मेलोडी को तरजीह दी है… गीत # १४ – डरना झुकना...
Uncategorizedतेरा दीवाना हूँ…मेरा ऐतबार कर…AmitOctober 24, 2008 by AmitOctober 24, 20080355 दूसरे सत्र के सत्रहवें गीत का विश्वव्यापी उदघाटन आज – अपनी पहली ग़ज़ल “सच बोलता है…” गाकर रफ़ीक शेख ने ग़ज़ल गायन में अपनी पकड़...