Dil se Singerसांसों की माला में सिमरूं मैं पी का नाम…बाबा नुसरत फ़तेह अली ख़ां की आवाज़ में एक दुर्लभ कम्पोज़ीशनAmitOctober 22, 2008October 15, 2021 by AmitOctober 22, 2008October 15, 20219 86 अपनी आकृति पए ध्यान मत दो, चाहे वह कैसी भी सुन्दर हो या बदसूरतप्रेम पर ध्यान दो और उस लक्ष्य पर जहां तुम्हें पहुंचना है...