काव्य तरंगAaina Kyon Na Dun | Mirza GhalibSajeev SarathieDecember 19, 2021January 16, 2022 by Sajeev SarathieDecember 19, 2021January 16, 20220557 What else can be complimented with Sunday morning coffee than a rare Ghazal by Mirza Ghalib in the voice of Manuj Mehta Click any of...
A run for funशायरी और शराब ।। A Run For FunSajeev SarathieNovember 24, 2021December 6, 2021 by Sajeev SarathieNovember 24, 2021December 6, 20210681 थोड़ी सी मस्ती चुहल, थोड़ा सा हास्य व्यंग, अभिनेता और कॉमेडियन Arun Kumar Kalra के संग, A Run For Fun में...
काव्य तरंगहजारों ख्वाहिशें ऐसी || काव्य तरंगSajeev SarathieOctober 24, 2021October 24, 2021 by Sajeev SarathieOctober 24, 2021October 24, 20210605 रविवार सुबह की कॉफी, कुछ लफ्ज़ कुछ जज़्बात… Happy Sunday मिर्ज़ा ग़ालिब महक रहे हैं मित्र Manuj Mehta की आवाज मेंEpisode out now, please click...
Dil se Singerचित्रकथा – 44: फ़िल्म-संगीत में मिर्ज़ा ग़ालिब की ग़ज़लेंPLAYBACKNovember 10, 2017October 15, 2021 by PLAYBACKNovember 10, 2017October 15, 20210201 अंक – 44 फ़िल्म-संगीत में मिर्ज़ा ग़ालिब की ग़ज़लें “आह को चाहिए एक उम्र असर होने तक…” रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के सभी श्रोता-पाठकों को सुजॉय...
Dil se Singerजब रफ़ी साहब अपनी आवाज़ के जादू में मिर्ज़ा ग़ालिब की ग़ज़ल सुनाते हैंPooja AnilMay 19, 2016October 15, 2021 by Pooja AnilMay 19, 2016October 15, 20210162 महफ़िल ए कहकशां 5 दोस्तों सुजोय और विश्व दीपक द्वारा संचालित “कहकशां” और “महफिले ग़ज़ल” का ऑडियो स्वरुप लेकर हम हाज़िर हैं, “महफिल ए कहकशां” के...
Dil se Singer“फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया”- और याद आए ग़ालिब उनकी १४४-वीं पुण्यतिथि परPLAYBACKFebruary 15, 2012October 15, 2021 by PLAYBACKFebruary 15, 2012October 15, 20211308 १५ फ़रवरी १८६९ को मिर्ज़ा ग़ालिब का ७२ साल की उम्र में इन्तकाल हुआ था। करीब १५० साल गुज़र जाने के बाद भी ग़ालिब की...
Dil se Singerफ़िल्म संगीत में ग़ालिब की ग़ज़लें – एक अवलोकनPLAYBACKDecember 24, 2011October 15, 2021 by PLAYBACKDecember 24, 2011October 15, 20210160 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड – शनिवार विशेष’ के सभी पाठकों को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार! दोस्तों, फ़िल्म-संगीत में ग़ज़लों का चलन शुरु से ही रहा...
Dil se Singerनुक्ताचीं है ग़म-ए-दिल उसको सुनाये ना बने…ग़ालिब का कलाम और सुर्रैया की आवाज़SajeevFebruary 9, 2011October 15, 2021 by SajeevFebruary 9, 2011October 15, 20216 169 ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 589/2010/289 “आह को चाहिये एक उम्र असर होने तक, कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ़ के सर होने तक”। मिर्ज़ा ग़ालिब...
Dil se Singerइसी को प्यार कहते हैं.. प्यार की परिभाषा जानने के लिए चलिए हम शरण लेते हैं हसरत जयपुरी और हुसैन बंधुओं कीAmitJanuary 12, 2011October 15, 2021 by AmitJanuary 12, 2011October 15, 202116 256 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #१०८ ग़ज़लों की दुनिया में ग़ालिब का सानी कौन होगा! कोई नहीं! है ना? फिर आप उसे क्या कहेंगे जिसके एक शेर पर ग़ालिब...
Dil se Singerलगता नहीं है जी मेरा उजड़े दयार में.. मादर-ए-वतन से दूर होने के ज़फ़र के दर्द को हबीब की आवाज़ ने कुछ यूँ उभाराAmitOctober 20, 2010October 15, 2021 by AmitOctober 20, 2010October 15, 202115 371 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #१०१ पूरे एक महीने की छुट्टी के बाद मैं वापस आ गया हूँ महफ़िल-ए-ग़ज़ल की अगली कड़ी लेकर। यह छुट्टी वैसे तो एक हफ़्ते...