Dil se Singer"रोने से दुःख कम न होंगे तो क्यों न हंस खेल जिंदगी बिता लें हम…"- यही था फलसफा किशोर दा काAmitMay 22, 2009October 15, 2021 by AmitMay 22, 2009October 15, 20211144 श्रोताओं और दर्शकों से खचा खच भरे सभागृह में एक हीरे का सौदागर आता है और उसे देख सभी १० मिनट तक सीटी बजाते हैं,...