Dil se Singerआदमी बुलबुला है पानी का….. महफ़िल-ए-यादगार और तख़्लीक-ए-गुलज़ारAmitApril 23, 2009October 15, 2021 by AmitApril 23, 2009October 15, 202113 134 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #०७ कुछ फ़नकार ऎसे होते हैं,जिनके बारे में लिखने चलो तो न आपको मस्तिष्क के घोड़े दौड़ाने पड़ते हैं और न हीं आपको अतिशयोक्ति...