Dil se Singerपरीशाँ हो के मेरी ख़ाक आख़िर दिल न बन जाए.. पेश-ए-नज़र है अल्लामा इक़बाल का दर्द मेहदी हसन की जुबानीAmitSeptember 8, 2010October 15, 2021 by AmitSeptember 8, 2010October 15, 202110 151 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #९९ सितारों के आगे जहाँ और भी हैं,अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं| अगर खो गया एक नशेमन तो क्या ग़ममक़ामात-ए-आह-ओ-फ़ुग़ाँ और भी...
Dil se Singerकहीं "मादनो" की मिठास से तो कहीं "मैं कौन हूँ" के मर्मभेदी सवालों से भरा है "मिथुन" के "लम्हा" का संगीतAmitJune 15, 2010October 15, 2021 by AmitJune 15, 2010October 15, 20216 180 ताज़ा सुर ताल २२/२०१० विश्व दीपक – ’ताज़ा सुर ताल’ में हम सभी का स्वागत करते हैं। तो सुजॊय जी, पिछले हफ़्ते कोई फ़िल्म देखी...