Dil se Singerये बात मैं कैसे भूल जाऊँ कि हम कभी हमसफ़र रहे हैं….."बख्शी" साहब और "अनवर" की अनोखी जुगलबंदीAmitSeptember 22, 2009October 15, 2021 by AmitSeptember 22, 2009October 15, 202121 153 महफ़िल-ए-ग़ज़ल #४७ अमूमन तीन या चार कड़ियों से हमारी प्रश्न-पहेली का हाल एक-सा है। तीन प्रतिभागी (नाम तो सभी जानते हैं) अपने जवाबों के साथ...