Uncategorizedमेरी आवाज ही पहचान है : पंचम दा पर विशेष, (दूसरा भाग)AmitFebruary 9, 2009 by AmitFebruary 9, 20090198 सत्तर के दशक के बारे में कहते हैं, लोग चार लोगों के दीवाने थे : सुनील गावस्कर,अमिताभ बच्चन, किशोर कुमार और आर डी बर्मन |...
Uncategorizedइस मोड़ से जाते हैं, कुछ सुस्त कदम रस्ते,: पंचम दा पर विशेषAmitFebruary 6, 2009 by AmitFebruary 6, 20090227 हिन्दी फ़िल्म संगीत के इतिहास में अगर किसी संगीत निर्देशक को सबसे ज्यादा प्यार मिला, तो वह निस्संदेह आर डी वर्मन,या पंचम दा हैं |सचिन...
Uncategorizedआज के हिंद के युवा का, नया मन्त्र है – " बढ़े चलो ", WORLD WIDE OPENING OF THE SONG # 02 "BADHE CHALO"AmitJuly 11, 2008 by AmitJuly 11, 20080276 जुलाई माह का दूसरा शुक्रवार, और हम लेकर हाज़िर हैं सत्र का दूसरा गीत. पिछले सप्ताह आपने सुना, युग्म के साथ सबसे नए जुड़े संगीतकार...
Uncategorizedआलोक शंकर का रेडियो काव्यपाठAmitJune 2, 2008 by AmitJune 2, 20080236 भारतीय समयानुसार २ जून २००८ की सुबह ८ बजे डैलास, अमेरिका के हिन्दी एफ॰एम॰ रेडियो सलाम नमस्ते पर हिन्द-युग्म के प्रथम यूनिकवि आलोक शंकर का...