Month : January 2010

Uncategorized

साल 2010 की पहली गीतों भरी कहानी

Amit
गुनगुनाते लम्हे- 4 आज जनवरी महीना का पहला मंगलवार है। पहला मंगलवार मतलब गुनगुनाते लम्हे का दिन। वैसे देखा जाये तो आज का दिन साल...
Uncategorized

चुनरी संभाल गोरी उड़ी चली जाए रे…मन्ना डे और लता ने ऐसा समां बाँधा को होश उड़ जाए

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 304/2010/04 ‘हिंद युग्म’ और ‘आवाज़’ की तरफ़ से, और हम अपनी तरफ़ से आज राहुल देव बर्मन यानी कि हमारे...
Uncategorized

दूल्हा मिल गया…शाहरुख़ के कधों पर ललित पंडित के गीतों की डोली…

Sajeev
ताज़ा सुर ताल ०१/ २०१० सजीव – गुड्‍ मॊर्निंग् सुजॊय! और बताओ न्यू ईयर कैसा रहा? ख़ूब जम के मस्ती की होगी तुमने? सुजॊय –...
Uncategorized

ओ मेरे दिल के चैन….किशोर का अद्भुत रूमानी अंदाज़ और मजरूह-पंचम का कमाल

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 303/2010/03 शास्त्रीय और पाश्चात्य रंगों के बाद ‘पंचम के दस रंग’ शृंखला की तीसरी कड़ी में आज बारी है रुमानीयत...
Uncategorized

ओ हसीना जुल्फों वाली….जब पंचम ने रचा इतिहास तो थिरके कदम खुद-ब-खुद

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 302/2010/02 ‘पंचम के दस रंग’ शृंखला की दूसरी कड़ी के साथ हम हाज़िर हैं दोस्तों। कल आपने पहली कड़ी में...
Uncategorized

हरिशंकर परसाई की कहानी "नया साल"

Amit
आवाज़ के सभी श्रोताओं को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ! ‘सुनो कहानी’ इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने...
Uncategorized

ए सखी राधिके बावरी हो गई…बर्मन दा के शास्त्रीय अंदाज़ को सलाम के साथ करें नव वर्ष का आगाज़

Sajeev
ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 301/2010/01 ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ के सभी चाहनेवालों को हमारी तरफ़ से नववर्ष की एक बार फिर से हार्दिक शुभकामनाएँ! नया...