जोशना बनर्जी आडवाणी के काव्य–डिक्शन में बिजली का त्वरित आवेग होता है ।एक कौंध में जीवन की तमाम विसंगतियां उजागर कर पाने वाली ऐसी तेजस्विता कम कवियों में देखने को मिलती है ।
Speakers: Supriya Purohit, Sharad Kokas, Amandeep Gujral, Manuj mehta, Joshnaa Banerjee.
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2 comments
अनुकरणीय, सुप्रिया जी बेहद बढ़िया योगदान दे रहीं सांस्कृतिक प्रगति में
जोशना जी को सुनना सुखद रहा और उनको सुनना एक उपलब्धि है।
Lovely poems