‘बोलती कहानियाँ’ स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने कन्हैयालाल पाण्डेय के स्वर में उन्हीं की कहानी रानी माँ का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं कन्हैयालाल पाण्डेय की लघुकथा “सम्वेदनाएँ”, जिसे स्वर दिया है, कन्हैयालाल पाण्डेय ने।
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4 नवम्बर, 1954 को हरदोई में जन्म। भारतीय रेल यातायात सेवा (सेवानिवृत्त)। हिन्दी में छह साहित्यिक तथा दो संगीत पुस्तकों का लेखन। साहित्य व संगीत के क्षेत्र में अनेक पुरस्कारों से सम्मानित
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सम्वेदनाएँ mp3
#Sixteenth Story: Samvedanaaen; Author: Kanhayalal Pandey; Voice: Kanhayalal Pandey; Hindi Audio Book/2020/16.
4 comments
सच में। पेड़ पौधों में भी संवेदनाओं की समझ होती है।
हृदयस्पर्शी कहानी
बहुत ही मार्मिक और दिल को छूने वाली है। पेड़ पौधों के प्रति सम्वेदनशीलता से एक अलग किस्म का एहसास होता है
बहुत संवेदनशील और हृदय स्पर्शी लघु कथा