आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मनमोहन भाटिया की कथा तन्हाई जिसे स्वर दिया है पूजा अनिल ने।
कहानी “तन्हाई” का गद्य सेतु पत्रिका पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 37 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।
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दिल्ली प्रेस कहानी प्रतियोगिता 2006 तथा अभिव्यक्ति कथा महोत्सव 2008 में पुरस्कृत मनमोहन भाटिया (बीकॉम, एलएलबी) दिल्ली में रहते हैं। उनकी रचनायें विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से छप रही हैं। उनका ब्लॉग कथासागर है।
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तन्हाई MP3
#Fifth Story, Tanhai: Manmohan Bhatia/Hindi Audio Book/2020/05. Voice: Pooja Anil
4 comments
सुमधुर आवाज में प्यारी सी कहानी
तन्हाई कभी तनहा नहीं होती बस दोस्ती कर ली इससे तो इससे बढ़कर कोई दोस्त नहीं।
अच्छी कहानी । तुमने अच्छी पढ़ी पूजा।
अच्छी कहानी के साथ प्रभावी वाचन।
धन्यवाद।
🙂