आज प्रस्तुत है प्रियांकी मिश्रा का मर्मस्पर्शी संस्मरण मेघ, जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।
प्रस्तुत संस्मरण “मेघ” का गद्य कला और साहित्य के द्वैभाषिक मासिक सेतु के दिसम्बर 2018 अंक में उपलब्ध है। इसका कुल प्रसारण समय 8 मिनट 21 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितने सफल हुए हैं।
यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं आदि को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।
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डॉ. प्रियांकी मिश्रा एम जी एम मेडिकल कॉलेज,जमशेदपुर में प्राध्यापक हैं। हिन्दी और अंग्रेजी में लेखन, अंग्रेजी उपन्यास “Whatsoever you do” प्रकाशित।
वस्तुतः मैं लेखन को अपने जीवन और अपने ईश्वर से एकाकारिता का एक माध्यम मानती हूँ और आत्म संतुष्टि के लिए लिखती जाती हूँ। हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी “थेथर के नाम से पहचानी जाने वाली झाड़ी की डंडियाँ उन दिनों पशुओं के साथ साथ बच्चों पर भी समान रूप से प्रयोग होती थीं।” (प्रियांकी मिश्रा के संस्मरण ‘मेघ’ से एक अंश) |
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मेघ (प्रियांकी मिश्रा) MP3
#Second Story, Megh; Priyanki Mishra; Hindi Audio Book/2019/02. Voice: Anurag Sharma
5 comments
Good,��
दिल को छूने वाली कहानी और उतनी ही खूबसूरत प्रस्तुति
कहानी अच्छी लगी
Nice initiative
Nice story, Congratulations.
Shayad ye bhi aapko pasand aayen- Albert Einstein Quotes , Love Quotes for Him