इस कहानी का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 12 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। लघुकथा का गद्य ‘सेतु पत्रिका‘ पर उपलब्ध है।
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कविता वर्मा कहानी संग्रह ‘परछाइयों के उजाले ‘ को अखिल भारतीय साहित्य परिषद् राजस्थान से सरोजिनी कुलश्रेष्ठ कहानी संग्रह का प्रथम पुरस्कार मिला। सेतु, नई दुनिया, दैनिक भास्कर पत्रिका, डेली न्यूज़, गर्भनाल, पत्रिका, समाज कल्याण में कई लेख लघुकथा और कहानियों का प्रकाशन। कादम्बिनी वनिता गृहशोभा में कहानियों का प्रकाशन। ‘स्त्री होकर सवाल करती है’, ‘अरुणिमा’ साझा कविता संग्रह में कवितायें शामिल। हर सप्ताह “बोलती कहानियाँ” पर सुनें एक नयी कहानी “दूर धुंधलके के बीच से एक साया अपनी ओर आते दिखा तो एक आस बंधी।” |
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#Seventeenth Story, Ehsas: Kavita Verma/Hindi Audio Book/2017/17. Voice: Anurag Sharma
1 comment
एहसास एक बहुत ही सुंदर लघुकथा है इस लघुकथा के माध्यम से लेखिका ने गरीब कामवाली की व्यथा को रेखांकित किया है और इसकी सांकेतिकता प्रभावित करती है