कहानी “चार सूफी और एक कंबल” का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 33 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। असगर वजाहत की निम्न कहानियाँ भी रेडियो प्लेबैक इंडिया पर सुनी जा सकती हैं:
इस कथा “चार सूफी और एक कंबल” का टेक्स्ट रचनाकार पर उपलब्ध है।
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रात के वक्त़ रूहें अपने बाल-बच्चों से मिलने आती हैं। ~ असगर वजाहत हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी चार कम्बल नहीं थे तो चार सूफियों को बुलाया ही क्यों था। ये सूफियों का अपमान है। |
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चार सूफी और एक कंबल MP3
#Nineteenth Story, 4 sufi 1 kambal: Asghar Wajahat/Hindi Audio Book/2015/19. Voice: Anurag Sharma