आदि से अंत तक बांधकर रखने वाली कहानी “… एक सुख ऐसा भी” का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 38 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।
इस कथा का आलेख/टेक्स्ट एक आलसी का चिट्ठा ब्लॉग पर उपलब्ध है।
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काशी की उत्पत्ति ‘काश’ से है जिसका अर्थ होता है प्रकाश। यह सनातन नगरी प्रकाश नगरी है। धान या वृहि अन्न की उपज से जुड़ा प्रकाशपर्व यहाँ अपनी विशिष्टता लिये हुये है। पाँच दिनों तक पुराने महाल बाबा विश्वनाथ की पड़ोसन देवी अन्नपूर्णा का विशेष दरबार लगता है। “बोलती कहानियाँ” में हर सप्ताह सुनें एक नयी कहानी
कोई कोई हँसी ऐसी होती है जैसे बाँध दरक रहा हो और पानी धीरे धीरे प्रवाह पा रहा हो। वे दोनों ऐसे ही हँसे थे हालाँकि मैं यह देख थोड़ा उलझा भी कि उन्हों ने डिब्बा वापस वैसे ही झोले में रख दिया था। |
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…एक सुख ऐसा भी MP3
#Eleventh Story, Ek Sukh Aisa Bhi: Girijesh Rao/Hindi Audio Book/2014/11. Voice: Anurag Sharma
2 comments
behad sundar kahani man ko chu gayi !
सुनकर मन भर आया …